Saturday , January 11 2025

Shivani Dinkar

खुद को लकी मानता हैं ये अभिनेता

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री इन दिनों किसी पहचान की मोहताज़ नहीं हैं. इसके साथ ही भोजपुरी कलाकार भी अब दुनियाभर में फेमस हो चुके हैं. वही अगर हम बात करे राकेश मिश्रा की तो इन्हे तो भोजपुरी फिल्मों का सबसे स्टाइलिश कलाकार माना जाता हैं. राकेश ने हाल ही में मीडिया से बातचीत करने के दौरान बताया कि वो खुद को लकी मानते हैं. राकेश शानदार एक्टिंग तो करते ही हैं इसी के साथ उनकी आवाज के जादू से भी वो अपने फैंस का दिल खुश कर देते हैं. राकेश पिछले कुछ दिनों से अपनी आगामी फिल्म 'तकरार' की शूटिंग के सिलसिले में गुजरात के राजपिपला शहर में थे लेकिन अब उनकी इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी हैं. ऐसा कहा जा रहा हैं कि इस फिल्म में राकेश बहुत ज्यादा चुनौतीपूर्ण किरदार निभाने वाले हैं. इसी के साथ वो इस फिल्म में हैरतअंगेज़ कारनामे भी करने वाले हैं. वैसे सिर्फ ये फिल्म ही नहीं बल्कि राकेश के पास इस साल बैक टू बैक फ़िल्में हैं जो रिलीज़ को भी तैयार हैं. राकेश ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वो अपनी हर फिल्म में अलग और हटकर किरदार निभाते हैं. अब जल्द ही राकेश इमोशनल किरदार निभाते हुए नजर आने वाले हैं. हालाँकि इस दौरान राकेश ने ये नहीं बताया कि उनका इमोशनल किरदार किस फिल्म में देखने को मिलेगा.

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री इन दिनों किसी पहचान की मोहताज़ नहीं हैं. इसके साथ ही भोजपुरी कलाकार भी अब दुनियाभर में फेमस हो चुके हैं. वही अगर हम बात करे राकेश मिश्रा की तो इन्हे तो भोजपुरी फिल्मों का सबसे स्टाइलिश कलाकार माना जाता हैं. राकेश ने हाल ही में मीडिया …

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FIFA WC : एम्बापे ने फ्रांस को अर्जेंटीना पर 4-3 से जीत दिलाई, क्वार्टरफाइनल में प्रवेश

कलियन एम्बापे के दो शानदार गोलों की मदद से फ्रांस ने जबर्दस्त वापसी कर फुटबॉल विश्व कप के पहले प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में अर्जेंटीना को 4-3 से हरा दिया। फ्रांस ने पहली बार विश्व कप में अर्जेंटीना को हराया। दो पूर्व चैंपियनों के बीच हुए इस मैच में एंटोइन ग्रीजमैन ने फ्रांस को 1-0 से आगे किया था। जिसके बाद अर्जेंटीना की तरफ से एंजेल डी मारिया और गेब्रिएल मेकार्ड ने गोल दागकर अर्जेंटीना को 2-1 की बढ़त दिलाई। बेंजामिन पेवार्ड ने फ्रांस को 2-2 की बराबरी दिलाई। इसके बाद एम्बापे ने दो गोल दागते हुए फ्रांस को यादगार जीत दिलाई। सर्गियो एग्युरो ने इंजुरी टाइम के तीसरे मिनट में अर्जेंटीना का तीसरा गोल दागा। फ्रांस ने मैच की शुरुआत से ही दबदबा बनाय। नौवें मिनट में फ्रांस को फ्रीकिक मिली, जिस पर ग्रीजमैन का करारा शॉट क्रॉस बार से टकराकर वापस लौटा, इस तरह फ्रांस पहला मौका चूका। इसके बाद अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स के अंदर मार्कोस रोजो ने कलियन एम्बापे को गिराया जिसके फलस्वरुप मिली पेनल्टी पर एंटोइन ग्रीजमैन ने गोल दागकर 13वें मिनट में फ्रांस को 1-0 की बढ़त दिलाई। एम्बापे अर्जेंटीना के लिए परेशानी खड़ी कर रहे थे, उन्होंने 19वें मिनट में हमला बोला था। 21वें मिनट में फ्रांस के पॉल पोग्बा ने मौका गंवाया। एंजेल डी मारिया ने 41वें मिनट में अर्जेंटीना को 1-1 की बराबरी दिलाई, जब उन्होंने शानदार लेफ्ट फुटर के जरिए गोल दागा। फ्रांसिसी गोलकीपर लॉरियस बस गेंद को जाली में जाते हुए देखते ही रह गए। 47वें मिनट में अर्जेंटीना को फ्रीकिक मिली, जिसे फ्रांसिसी रक्षकों ने क्लियर किया, इसके बाद लियोनेल मैसी ने जबर्दस्त शॉट लगाया जो गेब्रिएल मेकार्डो से डिफ्लेक्ट होकर गोल पोस्ट के अंदर लगी गई। इस तरह अर्जेंटीना ने 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। बेंजामिन पेवार्ड ने 57वें मिनट में गोल दागते हुए फ्रांस को 2-2 की बराबरी दिलाई। अभी अर्जेंटीना इस सदमे से उबरा भी नहीं था कि कलियन एम्बापे ने 64वें और 68वें मिनट में दो शानदार गोल दागते हुए फ्रांस को 4-2 से आगे कर दिया। 64वें मिनट में एम्बापे ने फ्रांस को 3-2 से बढ़त दिलाई जब उन्होंने नजदीक से अर्जेंटीना के गोलकीपर फ्रेंको अरमानी को चकमा देते हुए गोल दागा। अभी अर्जेंटीना के फैंस इस सदमे से उबरे भी नहीं थे कि 68वें मिनट में ओलिवियर गिरौड़ के पास पर एम्बापे ने गोल करते हुए फ्रांस को 4-2 से आगे कर दिया। इंजुरी टाइम के तीसरे मिनट में मैसी के पास पर सर्गियो एग्युरो ने हैडर के जरिए अर्जेंटीना का तीसरा गोल दागा। लेकिन इसके बाद अर्जेंटीना बराबरी नहीं कर पाया और विश्व कप से बाहर हो गया। फ्रांस के खिलाफ अर्जेंटीना का अच्छा रिकॉर्ड पॉल पोग्बा और ग्रीजमैन की बदौलत फ्रांस का दावा मजबूत नजर आ रहा है। मगर जिस तरह से अर्जेंटीना ने अंतिम-16 में जगह बनाई है, वो भी किसी कीमत में इसे गंवाना नहीं चाहेगी। आंकड़े भी अर्जेंटीना के पक्ष में नजर आ रहे हैं। दोनों टीमें फुटबॉल महाकुंभ में दो बार आमने-सामने आ चुकी हैं। 1930 में जब पहली बार फ्रांस और दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना का मुकाबला हुआ था, तो बाजी अर्जेंटीना ने जीती थी। वहीं दूसरी बार 1978 में ये दोनों टीमें आपस में भिड़ीं और इस बार भी अर्जेंटीना ने 2-1 से अपने नाम जीत दर्ज की। 40 साल बाद दोनों टीमें आमने-सामने इसके बाद से इन दोनों टीमों के बीच फुटबॉल वर्ल्ड कप में कोई मुकाबला नहीं हुआ। मगर कोई दूसरा दक्षिण अमेरिकी देश फ्रांस को नहीं हरा सका। जबकि इस दौरान आठ बार उसका सामना किसी न किसी दक्षिण अमेरिकी देश से हुआ। ऐसे में इतिहास फिर उसी जगह खड़ा है। मगर खेल के मैदान में पुराने रिकॉर्ड बेमानी लगते हैं। शनिवार को दोनों टीमें 12वीं बार आमने-सामने होंगी। रिकॉर्ड पर नजर डालें तो दक्षिण अमेरिकी टीम अर्जेंटीना का पलड़ा भारी रहा है। अर्जेंटीना ने 6 बार फ्रांस को हराया तो वहीं दो बार इसे हार का सामना करना पड़ा है। दोनों टीमों के बीच 4 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। अर्जेंटीना टीम ने कोच जॉर्ज साम्पोली के खिलाफ बगावत की हुई है और ऐसा माना जा रहा है कि वे औपचारिक कोच बनकर रह गए हैं। इस मैच में अर्जेंटीना द्वारा उसी शुरुआती लाइनअप को मैदान में उतारा जाएगा जो नाइजीरिया के खिलाफ खेली थी। गोंजालो हिगुईन की जगह क्रिस्टियनन पेवोन को उतारा जा सकता है। प्री-क्वार्टर फाइनल लाइन-अप 30 जून : फ्रांस वि. अर्जेंटीना शाम 7.30 बजे 30 जून : उरुग्वे वि. पुर्तगाल रात 11.30 बजे 1 जुलाई : स्पेन वि. रूस शाम 7.30 बजे 1 जुलाई : क्रोएशिया वि. डेनमार्क रात 11.30 बजे 2 जुलाई : ब्राजील वि. मैक्सिको शाम 7.30 बजे 2 जुलाई : बेल्जियम वि. जापान रात 11.30 बजे 3 जुलाई : स्वीडन वि. स्विट्‍जरलैंड शाम 7.30 बजे 3 जुलाई : कोलंबिया वि. इंग्लैंड रात 11.30 बजे

कलियन एम्बापे के दो शानदार गोलों की मदद से फ्रांस ने जबर्दस्त वापसी कर फुटबॉल विश्व कप के पहले प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में अर्जेंटीना को 4-3 से हरा दिया। फ्रांस ने पहली बार विश्व कप में अर्जेंटीना को हराया। दो पूर्व चैंपियनों के बीच हुए इस मैच में एंटोइन ग्रीजमैन …

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FIFA WC : देर रात पुर्तगाल भी बाहर, रोनाल्डो ने भी अपने प्रशंसकों को किया निराश

एडिंसन कावानी के दो गोलों की मदद से उरुग्वे ने फीफा विश्व कप के दूसरे प्री-क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल को 2-1 से पराजित किया। इसी के साथ सितारा फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की भी विश्व कप से विदाई हो गई, जो प्रशंसकों के लिए बड़ा झटका रहा। उरुग्वे के लिए कावानी ने 7वें और 62वें मिनट में गोल दागे। वहीं पुर्तगाल के लिए एकमात्र गोल खेल के 55वें मिनट में पेपे ने किया। हालांकि पेपे के गोल से पहले उरुग्वे की टीम लगातार 597 मिनट तक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच में कोई गोल खाए बिना रही थी। यह इस विश्व कप में उरुग्वे के खिलाफ पहला गोल था। दूसरे प्री-क्वार्टर फाइनल में 31वर्षीय कावानी ने भी दो गोल करके फिस्ट स्टेडियम में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की दुनिया की चौथे नंबर की टीम पुर्तगाल को मायूस कर दिया। रोनाल्डो के दम पर खेल रही पुर्तगाली टीम यह मुकाबला दो बार की चैंपियन और 14वें नंबर की उरुग्वे से 1-2 से हार गई। उरुग्वे का क्वार्टर फाइनल में सामना फ्रांस से होगा। पुर्तगाल के स्ट्राइकरों के सामने उरुग्वे के मजबूत डिफेंस को तोड़ने की चुनौती थी, लेकिन वह ऐसा करने में नाकाम रहे। जब भी पुर्तगाली स्ट्राइकर उरुग्वे के किले की तरफ गेंद लेकर आते तो उनके सात डिफेंडर पुर्तगाली टीम के मंसूबों पर पानी भेर देते। सुआरेज व कवानी की जुगलबंदी : मैच की शुरुआत उरुग्वे के लिए बेहतरीन रही लेकिन सबसे खास उरुग्वे के दो अहम स्ट्राइकर सुआरेज और कावानी के बीच देखने को मिली जिन्होंने मिलकर एक शानदार गोल किया। मैच के सातवें मिनट में सुआरेज ने बॉक्स के बाहर से गोल पोस्ट के पास खड़े कावानी को शानदार पास दिया जिन्होंने हेडर मारकर गेंद को जाली की ओर भेज दिया। उरुग्वे 1-0 से आगे हो गया। रोनाल्डो ने मौका गंवाया : इस बीच, 32वें मिनट में पुर्तगाल को फ्री किक मिली जिससे उरुग्वे का खेमा बेहद निराश हुआ। फ्री किक पर गोल करने के माहिर रोनाल्डो आए और उन्होंने अपना पूरा अनुभव लगाते हुए शॉट मारा, लेकिन गेंद किले को सुरक्षित करने के लिए दीवार की तरह खड़े उरुग्वे के खिलाड़ियों से टकराकर वापस आ गई और रोनाल्डो ने टीम को मैच में वापस लाने का मौका गंवा दिया। इस तरह पहला हाफ उरुग्वे अपने नाम करने में सफल रहा। पेपे ने दी रोनाल्डो को राहत : दूसरे हाफ की शुरुआत से दोनों टीमें आक्रामक रणनीति के साथ खेली, लेकिन 55वें मिनट में एक ऐसा मौका आया जब पुर्तगाली डिफेंडर पेपे ने रोनाल्डो को राहत दी। 55वें मिनट में राफेल ने बायें पैर से गेंद को गोल पोस्ट की ओर हिट किया और उस पर हेडर लेने के लिए आगे रोनाल्डो व पीछे पेपे खड़े थे, लेकिन गेंद सीधा पेपे की तरफ आई और उन्होंने हेडर कर दिया जिससे रोक पाना गोलकीपर फर्नांडो के बस में नहीं था। कवानी ने दिलाई अहम बढ़त : अभी स्कोर 1-1 से बराबर ही हुआ था कि कावानी एक बार फिर चल पढ़े। 62वें मिनट में कवानी ने बॉक्स के बाहर से गेंद पर तेजी से शॉट गोल पोस्ट के बायीं ओर मारकर अपनी टीम को 2-1 की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। 78वें मिनट में गोल पोस्ट के बाहर उरुग्वे के गोलकीपर आ गए और पुर्तगाल के पास वापसी का सुनहरा मौका था लेकिन बर्नांडो सिल्वा गेंद पर नियंत्रण नहीं कर सके और उनका शॉट पोस्ट के ऊपर से चला गया। रोनाल्डो यहां छा गए : इस बीच खेल भावना देखने को मिली जब 71वें मिनट में कावानी के बायें पैर में कुछ परेशानी हुई तो विपक्षी कप्तान रोनाल्डो आगे आकर कावानी को कंधे का सहारा देते मैदान से बाहर तक छोड़कर आए। इसके बाद पुर्तगाल वापसी की कोशिश करती रही, लेकिन हाथ निराशा ही लगी।

एडिंसन कावानी के दो गोलों की मदद से उरुग्वे ने फीफा विश्व कप के दूसरे प्री-क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल को 2-1 से पराजित किया। इसी के साथ सितारा फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की भी विश्व कप से विदाई हो गई, जो प्रशंसकों के लिए बड़ा झटका रहा। उरुग्वे के लिए कावानी …

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FIFA WC : मैराडोना को हर दिन के दिए जा रहे 9 लाख रुपए, वजह चौंकाने वाली

FIFA WC : मैराडोना को हर दिन के दिए जा रहे 9 लाख रुपए, वजह चौंकाने वाली

अर्जेंटीना के पूर्व फुटबॉलर डिएगो मैराडोना फुटबॉल विश्व कप के दौरान सुर्खियों में बने हुए हैं। कभी स्टेडियम में सिगार पीते हुए नजर आने की वजह से तो कभी फैंस की तरफ नस्लीय इशारे करने के कारण वे चर्चा में बने हुए हैं। अब यह खुलासा हुआ कि फीफा मैराडोना …

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देश की टॉप फुटबॉल लीग में खेलेगी यौन कर्मियों के बच्चों की टीम

एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स (यौन कर्मियों) के बच्चों की टीम राष्ट्रीय लीग के अंडर-13 व अंडर-15 टूर्नामेंट में शिरकत करने जा रही है। बदनाम गलियों से निकल एक बेहतर मंजिल पाने के लिए संघर्षरत इन बच्चों ने फुटबॉल को अपना करियर बनाने की ठान ली है। स्थानीय स्पोर्ट्स एकेडमी में अपने सपनों को साकार करने के लिए जी-जान से जुटे इस्माइल सरदार, राकेश मिश्र और सोनू कुंडु ऐसे ही कुछ नाम हैं। कहते हैं, हम जी-जान से तैयार में जुटे हुए हैं। हमें उम्मीद है कि सफलता जरूर मिलेगी। इन बच्चों को मालूम है कि उनकी मंजिल बहुत दूर है और रास्ता बेहद मुश्किल, लेकिन ये बच्चे इस खेल के ही नहीं, जीवन के खेल के भी असल चैंपियन हैं, इन्हें संघर्ष करना बखूब आता है। शुरुआत हो चुकी है। ये सेक्स वर्कर्स के बच्चे हैं, लेकिन क्या केवल यही इनकी पहचान होनी चाहिए? कतई नहीं। इन्हें पूरा यकीन है कि ये अपनी पहचान खुद बनाएंगे, जिसका इन्हें पूरा हक भी है। बड़े फुटबॉल क्लबों की टीमों से खेलेंगे पहचान बन भी गई है। इन बच्चों ने भारतीय फुटबॉल में इतिहास रच डाला है। उनकी टीम ने देश के सबसे बड़े फुटबॉल लीग में खेलने का गौरवपूर्ण अवसर हासिल किया है। भारतीय फुटबॉल के इतिहास में यह पहली बार है जब सेक्स वर्कर्स के बच्चों की टीम राष्ट्रीय लीग के अंडर-13 व अंडर-15 टूर्नामेंटों में शिरकत करेगी और ईस्ट बंगाल, मोहनबगान जैसे भारत के मशहूर फुटबॉल क्लबों की टीमों के साथ खेलेगी। स्पोर्ट्स एकेडमी में कर रहे प्रैक्टिस कोलकाता से सटे दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर इलाके में स्थित दुर्बार स्पोर्ट्स एकेडमी में ये बच्चे कड़ी मेहनत कर रहे हैं। राष्ट्रीय लीग सितंबर से शुरू होगी। उनकी तैयारी का तरीका भी अनोखा है। बच्चे दिन में ग्राउंड में कड़ा अभ्यास करते हैं और रात को फीफा विश्व कप के मैच देखकर बड़े खिलाड़ियों के खेलने के तरीके सीखते हैं। इस दौरान कोच व सहायक कोच भी साथ होते हैं, जो बारीकियों को समझाते हैं। दुर्बार की टीमों में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी हैं। सोनू कुंडु दो बार बंगाल टीम का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसी टीम के सदस्य रहे सुरजीत भट्टाचार्य और विश्वजीत नंदी को 2015 में पोलैंड में हुए होमलेस वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया था। दोनों ने अपने चयन को सही साबित करते हुए सिक्स साइड वाले उस टूर्नामेंट में ताबड़तोड़ गोल किए थे। सुरजीत ने टूर्नामेंट में सबसे अधिक 25 और विश्वजीत ने 18 गोल दागे थे। पिछले साल दुर्बार की टीम ने डेनमार्क में हुए डाना कप में पुर्तगाल, स्वीडन और नार्वे जैसी प्रमुख टीमों को मात दी थी। 2015 में दुनिया के मशहूर फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड में प्रशिक्षण के लिए भारत से जिन 11 युवा फुटबॉलरों का चयन हुआ था, उनमें दुर्बार का राजीव राय भी शामिल था। 2015 में दुर्बार की टीम ने नागपुर में हुई स्लम सॉकर चैंपियनशिप जीती थी। देश में सेक्स वर्करों के सबसे बड़े संगठन दुर्बार महिला समन्वय कमेटी की स्पोर्ट्‌स विंग दुर्बार स्पोर्ट्‌स एकेडमी के अध्यक्ष डॉ. समरजीत जाना ने बताया कि समिति के कोषाध्यक्ष डीएन चटर्जी आगामी 31 जून को रूस रवाना होंगे। वे वहां फीफा एवं विभिन्न टीमों के अधिकारियों से मिलकर इस खेल के बारे में जानकारी हासिल करेंगे, ताकि हमारे बच्चों को इस खेल में और दक्ष बनाया जा सके।

एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स (यौन कर्मियों) के बच्चों की टीम राष्ट्रीय लीग के अंडर-13 व अंडर-15 टूर्नामेंट में शिरकत करने जा रही है। बदनाम गलियों से निकल एक बेहतर मंजिल पाने के लिए संघर्षरत इन बच्चों ने फुटबॉल को अपना करियर बनाने की ठान …

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पाकिस्‍तान की चरमराई अर्थव्‍यवस्‍था की कमर तोड़ सकता है FATF का फैसला

एक तो करेला दूसरे नीम चढ़ा। पहले से ही आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक मोर्चे पर खस्ताहाल पाकिस्तान की अपने कर्मों के चलते दुश्वारियां बढ़ गई हैं। मनी लांडरिंग और आतंकी संगठनों के वित्त पोषण जैसी गतिविधियों पर लगाम लगाने में असमर्थ रहने के चलते इसे फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में डाल दिया गया है। इससे पाकिस्तान में गंभीर वित्तीय संकट खड़ा हो सकता है। अर्थव्यवस्था चरमरा सकती है। दूसरों से कर्ज लेकर घी पीने वाले इस पड़ोसी को ऋण मिलना कठिन हो सकता है। देश में कारोबार करना महंगा हो सकता है। मुश्किलों की फेहरिस्त लंबी है। चंद महीने बाद होने जा रहे आम चुनावों से ठीक पहले उठने वाला यह कठोर वैश्विक कदम पाकिस्तान के लिए ठीक संकेत नहीं है। पाक मीडिया ने कोसा पाकिस्तान को खुद अपने ही देश की मीडिया की आलोचना झेलनी पड़ रही है। पाकिस्तानी अखबारों में छपे संपादकीयों में कहा गया है कि संदिग्धों की सूची में जाने के लिए कोई और नहीं बल्कि खुद पाकिस्तान ही जिम्मेदार है। इन लेखों में कहा गया है कि अगर देश में आतंकी खुलेआम घूमे, संगठित हों, फंड जुटाएं और चुनावी प्रक्रिया में शामिल हो जाएं तो ग्रे लिस्ट में शामिल होने की ही आशा रहती है। पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार डॉन के संपदाकीय में इसके पीछे भारत को एक बड़ी वजह बनाया गया है। इसके अलावा द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के संपादकीय में कहा गया है, 'यह भारत या अमेरिका का कोई छिपा प्लान नहीं है बल्कि बड़ी संख्या में दुनियाभर के देश यही मानते हैं...FATF के सदस्यों देशों के पास सूचना का अपना स्रोत है और वे पाकिस्तान को अपने लिए भरोसेमंद नहीं मानते हैं। इसके अलावा द नेशन का कहना है कि यह पूरी तरह से पाकिस्‍तान की ही गलती है। इसके अलावा अखबार ने पाक सरकार को जिम्‍मेदार ठहराया है।

एक तो करेला दूसरे नीम चढ़ा। पहले से ही आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक मोर्चे पर खस्ताहाल पाकिस्तान की अपने कर्मों के चलते दुश्वारियां बढ़ गई हैं। मनी लांडरिंग और आतंकी संगठनों के वित्त पोषण जैसी गतिविधियों पर लगाम लगाने में असमर्थ रहने के चलते इसे फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे सूची …

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आतंकियों की तरह नक्सली भी कर रहे बच्चों को भर्ती, भारत करे कार्रवाई: यूएन

कश्मीर में सक्रिय आतंकी समूह की तरह नक्सली भी बच्चों की भर्ती कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस की रिपोर्ट में यह कहा गया है। यूएन महासचिव ने भारत सरकार से बच्चों को जो लोग भर्ती कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। गुतेरस की सशस्त्र संघर्ष में बच्चे रिपोर्ट 2017 में जैश-ए-मोहम्मद एवं हिजबुल मुजाहिदीन की पहचान की गई है। ये दोनों आतंकी संगठन कश्मीर में हथियारबंद कारनामों को अंजाम देने के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, 'संयुक्त राष्ट्र को नक्सलियों द्वारा लगातार बच्चों की भर्ती और उनके इस्तेमाल पर रिपोर्ट मिल रही है। खास तौर से छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सली ऐसा कर रहे हैं। झारखंड में बच्चों को जबरन भर्ती करने के लिए नक्सली कथित रूप से लाटरी प्रणाली का इस्तेमाल करते हैं। जम्मू एवं कश्मीर में राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के साथ टकराव के परिप्रेक्ष्य में बच्चों की भर्ती और उनके इस्तेमाल की तीन घटनाओं की जानकारी मिली है। इसमें एक जैश-ए-मोहम्मद और दो हिजबुल मुजाहिदीन से संबंधित है।' संयुक्त राष्ट्र विकास योजना में आमूल-चूल बदलाव, भारत ने किया समर्थन यह भी पढ़ें इसी सप्ताह महासभा में पेश अपनी रिपोर्ट में गुतेरस ने कहा है कि वह सरकार से बच्चों की भर्ती और उनका इस्तेमाल करने वालों को दबोचने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। बच्चों के खिलाफ हिंसा की स्थिति समाप्त करने को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने को कहेंगे। शांति बहाली में योगदान के लिए भारत को धन्यवाद दिया नक्सली कर रहे बच्चों का इस्तेमाल, यूएन ने जताई चिंता यह भी पढ़ें शांति बहाली के लिए संयुक्त राष्ट्र उपमहासचिव जेआन पिएरे लाक्रोइक्स ने यूएन के शांति अभियानों में सहयोग के लिए भारत को धन्यवाद दिया। शनिवार को उपमहासचिव ने कहा कि वह भारत को धन्यवाद देने और शांति अभियान से संबंधित ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा के लिए नई दिल्ली आए हैं। यूएन शांति अभियान में बड़ी संख्या में सैनिकों को भेजने वाले देशों में भारत शामिल है। पिछले 70 वर्षो के दौरान शांति अभियानों में बड़ी संख्या में भारत के लोग मारे जा चुके हैं।

कश्मीर में सक्रिय आतंकी समूह की तरह नक्सली भी बच्चों की भर्ती कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस की रिपोर्ट में यह कहा गया है। यूएन महासचिव ने भारत सरकार से बच्चों को जो लोग भर्ती कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। गुतेरस …

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ब्रिटेन में साले की हत्या के दोषी भारतीय को अदालत ने भेजा पांच साल के लिए जेल

ब्रिटेन में एक भारतीय को अपने साले की हत्या करने का दोषी पाए जाने के बाद अदालत ने पांच साल कैद की सजा सुनाई है। इस आदमी को ब्रिटेन में रहने की अनुमति दी गई थी। ब्रिटेन आने से पहले उसने पंजाब के जालंधर में एक छात्र नेता की हत्या की थी। 41 वर्षीय सुखविंदर सिंह मनोरोगी है। सुखविंदर ने पिछले साल अगस्त में पत्नी के साथ प्रेम संबंध के संदेह में अपने 39 वर्षीय साला हरीश कुमार की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव लेकर वह पश्चिम मिडलैंड्स में वेस्ट ब्रोमविच थाने पर पहुंचा और आत्मसमर्पण किया। अपराध स्वीकार करने के बाद एक दिन पहले शुक्रवार को उसे जेल की सजा सुनाई गई। सजा शुरू होने से पहले उसकी चिकित्सा कराई जाएगी। सजा पूरी होने के बाद उसे भारत डिपोर्ट किया जाएगा। पंजाब में सात साल जेल में बंद रह चुका है सुखविंदर ने 1998 में पंजाब के जालंधर में छात्र संघ के अध्यक्ष की कृपाण से हत्या कर दी थी। इस मामले में सात साल जेल में रहने के बाद वह पंजाब जेल से रिहा हुआ। अपील लंबित रहने के कारण उसे जमानत पर छोड़ा गया था। 2007 में छह माह के वीजा पर वह ब्रिटेन भाग निकला। ब्रिटिश अधिकारियों की प्रशासनिक चूक के कारण उसे ब्रिटेन में अनिश्चितकाल तक रहने की अनुमति मिल गई और इसके बाद 2011 में उसने ब्रिटिश नागरिकता के लिए आवेदन कर दिया था।

ब्रिटेन में एक भारतीय को अपने साले की हत्या करने का दोषी पाए जाने के बाद अदालत ने पांच साल कैद की सजा सुनाई है। इस आदमी को ब्रिटेन में रहने की अनुमति दी गई थी। ब्रिटेन आने से पहले उसने पंजाब के जालंधर में एक छात्र नेता की हत्या …

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संयुक्त राष्ट्र में भारत का आतंकवाद को परास्त करने के लिए वैश्विक सहयोग पर जोर

भारत ने आतंकवाद की समस्या की ओर एक बार फिर विश्व बिरादरी का ध्यान खींचा है। संयुक्त राष्ट्र में कहा कि भारत दशकों से सीमापार आतंकवाद से प्रताडि़त हो रहा है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समर्थन, सूचनाओं की साझेदारी और प्रत्यर्पण के अभाव में आतंकी घटनाओं के आरोपी अन्य देशों में छिपे हुए हैं। जाहिर है भारत के निशाने पर आतंकियों की पनाहगाह बना पाकिस्तान था। सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने राष्ट्रों से साथ मिलकर आतंकवाद के दैत्य से लड़ने और उसे परास्त करने का आह्वान किया। आतंकवाद निरोधी एजेंसियों के प्रमुखों के संयुक्त राष्ट्र में हुए सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्रालय आंतरिक सुरक्षा मामलों की विशेष सचिव रीना मित्रा ने चेतावनी दी कि इस माहौल में कोई भी देश आतंकी वारदातों से खुद को सुरक्षित नहीं रख सकता। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन सीमाओं से पार जाकर मनमाने तरीके से अपनी कार्रवाई कर रहे हैं। वे अपना नेटवर्क बढ़ा रहे हैं, तमाम तरीकों से धन एकत्रित कर रहे हैं, घृणा की मानसिकता फैला रहे हैं, विदेशों में अपने सदस्यों की भर्ती कर रहे हैं, उन्हें हथियार और संचार के नए उपकरण व तरीके उपलब्ध करा रहे हैं। भारत ने पाक पर साधा निशाना, कहा- अफगानिस्तान पर पड़ोस से किए जाते हैं हमले यह भी पढ़ें आतंकी संगठन वारदात के लिए अपनी पसंद से देश और उनमें लक्ष्यों को चुन रहे हैं। इस तरह वे तमाम निर्दोष लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि दुनिया के देशों ने उनके खिलाफ हाथ नहीं मिलाए हैं, सहयोग स्थापित नहीं किया है। कई स्थानों पर उनके पड़ोसी आतंकियों का समर्थन कर रहे हैं और उन्हें सुरक्षित स्थान मुहैया करा रहे हैं। ऐसे देश अपने राजनीतिक और रणनीतिक स्वार्थो के लिए आतंकी संगठनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत इन्हीं कारणों से आतंकवाद झेल रहा है। संयुक्त राष्ट्र में पहली बार आतंकवाद से निपटने के लिए उच्चस्तरीय सम्मेलन आयोजित हुआ है। भारत इसके लिए लंबे समय से प्रयास कर रहा था।

भारत ने आतंकवाद की समस्या की ओर एक बार फिर विश्व बिरादरी का ध्यान खींचा है। संयुक्त राष्ट्र में कहा कि भारत दशकों से सीमापार आतंकवाद से प्रताडि़त हो रहा है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समर्थन, सूचनाओं की साझेदारी और प्रत्यर्पण के अभाव में आतंकी घटनाओं के आरोपी अन्य देशों में छिपे …

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पाकिस्तान में हरमीत सिंह बने पहले सिख न्यूज एंकर

पाकिस्तान में हरमीत सिंह बने पहले सिख न्यूज एंकर

पाकिस्तान के न्यूज चैनल ने पहली बार किसी सिख युवक को न्यूज एंकर बनाया है। खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के चाकेसर शहर के रहने वाले हरमीत सिंह न्यूज एंकर बनकर बेहद खुश हैं। उन्हें न्यूज एंकर बनाने की जानकारी खुद चैनल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से दी। चैनल ने लिखा,’पाकिस्तान …

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