वायनाड लोकसभा सीट सहित 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव, प्रियंका गांधी और नव्या हरिदास के बीच वायनाड में कड़ा मुकाबला। कांग्रेस, भाजपा और LDF के बीच जोरदार टक्कर। जानें उपचुनाव से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी।
नई दिल्ली। आज देश के 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं, जो विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। ये सीटें सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान के लिए खुली रहेंगी। इन उपचुनावों के दौरान कांग्रेस, भाजपा और वामपंथी दलों (LDF) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है।
वोटिंग की तैयारियां
राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों के लिए 307 पोलिंग बूथ तैयार किए गए हैं, जहां 1472 मतदान कर्मियों की तैनाती की गई है। इसी तरह, छत्तीसगढ़ में 266 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिससे जनता को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में आसानी होगी।
वायनाड लोकसभा सीट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा रायबरेली सीट को चुनने के बाद वायनाड सीट खाली हुई थी, जिस पर कांग्रेस की ओर से उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को उम्मीदवार बनाया गया है। यह प्रियंका गांधी का पहला चुनाव है और कांग्रेस के UDF गठबंधन का हिस्सा है। वहीं, भाजपा ने नव्या हरिदास को मैदान में उतारा है, जो भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव हैं। LDF की ओर से सत्यन मोकेरी उम्मीदवार हैं, जो CPI के वरिष्ठ नेता हैं।
सिक्किम में निर्विरोध चुनाव
सिक्किम की दो विधानसभा सीटों पर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) के प्रत्याशियों को निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया गया है, जिससे विपक्ष की चुनौती कमजोर पड़ गई है।
उपचुनाव का कारण
इन 31 विधानसभा सीटों में से 28 सीटें सांसदों के बनने के कारण खाली हुई हैं, जबकि 2 सीटें विधायकों के निधन और 1 सीट दलबदल के कारण खाली हुई है। इनमें से 4 सीटें अनुसूचित जाति और 6 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
पार्टी स्थिति और संभावनाएं
इन उपचुनावों में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। कुल 31 सीटों में से 18 सीटें विपक्ष के पास थीं, जिनमें कांग्रेस के पास 9 सीटें थीं। NDA ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिनमें से 7 भाजपा के पास थीं।
राजनीतिक महत्व
इन उपचुनावों के नतीजे आने वाले विधानसभा चुनावों के समीकरणों को भी प्रभावित कर सकते हैं। खासकर, वायनाड में प्रियंका गांधी वाड्रा का चुनावी मुकाबला कांग्रेस के लिए एक बड़ा संदेश है। प्रियंका के इस चुनाव में उतरने से कांग्रेस की दक्षिण भारत में स्थिति और मजबूत हो सकती है। वहीं, भाजपा और LDF के बीच की टक्कर भी दक्षिण भारत की राजनीति में नई धार ला सकती है।
प्रियंका गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ना कांग्रेस की दक्षिण भारतीय राजनीति को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। गांधी परिवार की राजनीतिक विरासत से जुड़े इस चुनाव में कांग्रेस अपने परंपरागत समर्थन पर भरोसा कर रही है, वहीं भाजपा और LDF भी अपनी रणनीति के तहत प्रियंका के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं।
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रिपोर्ट: मनोज शुक्ल
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