काशी, उत्तर प्रदेश: छठ महापर्व के पावन अवसर पर काशी में गंगा घाटों की सफाई के लिए एक बड़ा स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान का आयोजन सृजन सामाजिक विकास न्यास, सीआरपीएफ 95 बटालियन और नगर निगम ने मिलकर किया। छठ पूजा के पूर्व संध्या पर असि घाट से लेकर संत रविदास घाट तक घाटों की सफाई की गई ताकि छठ पर्व पर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो और वे गंगा में स्नान एवं पूजा अर्चना आराम से कर सकें।
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मुख्य उद्देश्य और आयोजन:
इस स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य काशी के घाटों को साफ और स्वच्छ रखना था ताकि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के साथ-साथ मां गंगा की पवित्रता को भी बनाए रखा जा सके। अभियान में सीआरपीएफ 95 बटालियन के जवानों, सृजन सामाजिक विकास न्यास और नगर निगम की टीम ने कड़ी मेहनत की। अभियान के दौरान घाटों की सफाई, गंदगी हटाने, कचरे का निस्तारण और पानी के जलस्त्रोतों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया।
मुख्य अतिथि और आयोजनकर्ताओं के संदेश:
इस अभियान में मुख्य अतिथि के रूप में सीआरपीएफ 95 बटालियन के कमांडेंट श्री राजेश्वर बालापुर ने सभी काशीवासियों से आह्वान किया कि वे मां गंगा को स्वच्छ रखने में अपनी पूरी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता हर भारतीय की जिम्मेदारी है, और इस अभियान के जरिए यह संदेश फैलाया जा रहा है कि गंगा को स्वच्छ बनाकर हम अपने पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं।
सृजन सामाजिक विकास न्यास के अध्यक्ष और गंगा हरितिमा अभियान के उत्तर प्रदेश के ब्रांड अंबेसेडर श्री अनिल कुमार सिंह ने सभी श्रद्धालुओं और काशीवासियों को स्वच्छता, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलवाई। इसके साथ ही उन्होंने एक बृहद जन जागरुकता रैली का आयोजन भी किया। रैली का उद्देश्य था कि छठ पर्व पर गंगा घाटों पर किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो और श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के पूजा अर्चना कर सकें।
स्वच्छता अभियान के दौरान की गई प्रमुख गतिविधियाँ:
- घाटों की सफाई: असि घाट से लेकर संत रविदास घाट तक पूरे क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया गया। कचरे को एकत्रित किया गया और उचित स्थान पर निस्तारण किया गया।
- जन जागरूकता रैली: स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता फैलाने के लिए एक रैली निकाली गई जिसमें प्रमुख रूप से पार्षद रवींद्र सिंह, कार्यदाई संस्था के मधुकर पांडेय, 95 बटालियन के सीआरपीएफ जवान, सृजन सामाजिक विकास न्यास के प्रियांशु सिंह, विजय केजरीवाल, बलराम पांडेय और नगर निगम के इन्स्पेक्टर आनंद और इन्स्पेक्टर अर्चना की टीम ने भाग लिया।
- पर्यावरण संरक्षण की शपथ: रैली के दौरान लोगों को स्वच्छता जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
गंगा की स्वच्छता का संकल्प:
इस अभियान के दौरान एक बड़े संकल्प की घोषणा की गई कि काशी के 84 घाटों को स्वच्छ रखा जाएगा और मां गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए हर काशीवासी और पर्यटक को जागरूक किया जाएगा। इस अभियान में सभी ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि गंगा और काशी को स्वच्छ बनाना उनकी प्राथमिकता है।
नारे और उद्घोष:
इस मौके पर कई प्रेरणादायक उद्घोष भी किए गए जिनसे स्वच्छता के प्रति जागरूकता और ऊर्जा मिली:
- “स्वच्छ काशी, सुंदर काशी, हरित काशी”
- “हम सबने यह ठाना है, गंगा को स्वच्छ बनाना है!”
- “हम सबने यह ठाना है, काशी को स्वच्छ बनाना है!”
इस स्वच्छता अभियान के माध्यम से काशीवासियों और श्रद्धालुओं को न केवल स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया, बल्कि गंगा के संरक्षण और पर्यावरण के महत्व को समझाया गया। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन और गंगा सफाई अभियान के साथ मिलकर गंगा नदी की स्वच्छता और सुंदरता को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। इस अभियान से न केवल काशी की साफ-सफाई बढ़ेगी बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता में भी योगदान मिलेगा।