लखनऊ, 09 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार की एक अनूठी पहल — सीएम फेलोशिप प्रोग्राम — अब राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन की नई कहानी लिख रहा है। सीएम फेलो लिख रहे हैं ग्रामीण विकास की नई इबारत, यह कथन आज सच होता दिख रहा है क्योंकि ये फेलो प्रदेश भर में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में इनोवेटिव कार्य कर रहे हैं।
राज्य के आकांक्षात्मक विकास खंडों में तैनात सीएम फेलो योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के साथ-साथ स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए नवाचार आधारित मॉडल प्रस्तुत कर रहे हैं। उनकी सक्रियता से न केवल सरकारी योजनाओं को बल मिल रहा है, बल्कि गांवों में रह रहे नागरिकों को सीधे लाभ मिल रहा है।
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बाल कुपोषण के खिलाफ संवर्धन किट बनी संजीवनी
एटा जिले के सकीट ब्लॉक में सीएम फेलो डॉ. दिनेश कुमार ने बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए संवर्धन सुपर फूड किट का वितरण शुरू कराया। किट में आंवला-गुड़ के लड्डू, जैविक शहद, मशरूम कॉर्न सूप, पोषक दलिया, त्रिफला जूस जैसी चीजें शामिल की गईं। छह माह के भीतर सैम व मैम श्रेणी में आने वाले बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई — एक मिसाल बनकर यह पहल प्रदेश में बाल पोषण मॉडल के रूप में स्थापित हो रही है।
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हरदोई के संडीला में महिलाओं के लिए बना पोषण वाला ‘किचन गार्डन’
हरदोई के संडीला ब्लॉक में सीएम फेलो किरण कुमारी ने गर्भवती महिलाओं के लिए ‘किचन गार्डन’ का मॉडल तैयार किया। मेल जोल संस्था और एडीपीओ की मदद से 300 से अधिक किचन गार्डन स्थापित किए गए। महिलाएं अब अपने घर में ही पोषक साग-सब्जियां उगाकर अपने और परिवार के स्वास्थ्य में सुधार ला रही हैं।
बस्ती की महिलाएं बनीं उद्यमी, सिरका-अचार से मिली पहचान
बस्ती जनपद के विक्रमजोत ब्लॉक में सीएम फेलो शैलेश कुमार उपाध्याय ने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को सिरका व अचार उत्पादन के लिए प्रेरित किया। शुरुआत में बनी “शुक्ला सिरका भंडार” नामक दुकान आज 50 महिलाओं को ₹6800 मासिक आय दे रही है। यह पहल महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन का सशक्त उदाहरण बन चुकी है।