“उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बुर्का विवाद के बाद चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि बुर्का पहने महिला वोटरों का वोटर कार्ड और चेहरा महिला कर्मचारी द्वारा चेक किया जाएगा। बीजेपी ने फर्जी वोटिंग के आरोप लगाए थे, जिसके बाद चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बुर्का पहने महिला वोटरों को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि बुर्का पहनने वाली महिलाएं फर्जी वोटिंग में शामिल हो रही हैं। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि बुर्का पहने महिलाओं के वोट डालने के दौरान उनके चेहरे और वोटर कार्ड की जांच की जाएगी।
चुनाव आयोग का बयान:
निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बुर्का पहनने वाली महिलाओं का वोटर कार्ड और चेहरा महिला कर्मचारी द्वारा चेक किया जाएगा, ताकि फर्जी वोटिंग से बचा जा सके। चुनाव आयोग ने इस विवाद का संज्ञान लेते हुए यह निर्देश जारी किया है, जिससे मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
बीजेपी का आरोप:
बीजेपी ने पहले यह आरोप लगाया था कि बुर्का पहने कुछ महिलाएं फर्जी वोटिंग कर रही हैं, जिसे लेकर विवाद गहरा गया। चुनाव आयोग ने इस आरोप पर ध्यान दिया और सुनिश्चित किया कि सभी वोटरों की सही पहचान की जाए।
चुनाव आयोग की कड़ी कार्रवाई:
चुनाव आयोग ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए यह सुनिश्चित किया कि किसी भी वोटिंग प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हो। महिला वोटरों के मामले में विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी हो सके।