कुशीनगर।
कुशीनगर डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र उद्घाटन समारोह में विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने रविन्द्रनगर धूस स्थित नवस्थापित डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुशासन अब केवल एक विचार नहीं बल्कि एक जीवंत सच्चाई बन चुका है। यह केंद्र सिर्फ सेवा सुविधा नहीं, बल्कि भारत सरकार के नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण और डिजिटल विजन का प्रमाण है।
विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि कुशीनगर बौद्ध धर्म और इतिहास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां डाकघर पासपोर्ट केंद्र की स्थापना सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक तीर्थयात्राओं के लिहाज़ से भी अत्यंत उपयोगी है। इस POPSK (Post Office Passport Seva Kendra) से आम नागरिक विशेषकर किसान, छात्र और श्रमिक वर्ग बिना किसी कार्यदिवस की हानि के पासपोर्ट सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।
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श्री सिंह ने यह भी बताया कि विदेश मंत्रालय और डाक विभाग की यह साझेदारी जनकल्याण के लिए दो सरकारी अंगों के सहयोग की मिसाल है। उन्होंने एम-पासपोर्ट सेवा ऐप, डिजिलॉकर और “Apply from Anywhere” योजना जैसे नवाचारों को नागरिकों के अनुकूल सेवा प्रक्रिया की दिशा में बड़ी पहल बताया।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश में कुल 543 पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं, जिनमें 450 POPSK और 93 मुख्य पासपोर्ट सेवा केंद्र शामिल हैं। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय लखनऊ के अधीन पहले से 32 POPSK संचालित थे, और कुशीनगर का यह नया POPSK 33वां डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र है।
इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्यमंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा कि भारत में जो परिवर्तन दिखाई दे रहा है वह तकनीकी दृष्टिकोण का प्रतिफल है। साथ ही, संयुक्त संसदीय समिति के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने लोगों को आश्वस्त किया कि वे कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू कराने की पहल करेंगे।
कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य आरपीएन सिंह, सांसद विजय कुमार दूबे और शशांक मणि त्रिपाठी ने भी अपने विचार रखे और इस पहल की सराहना की।