10 वर्षों में केन्द्र सरकार ने विमुक्त जातियों के लिए शुरू की कल्याणकारी योजनाएं
विमुक्त समुदाय के बच्चों को शिक्षा के साथ रोजगारपरक साधनों से जोड़ रही है राज्य सरकार
लखनऊ,उत्तर प्रदेश। 1857 की क्रांति में घर-घर कमल और रोटी पहुंचा कर क्रांति की पृष्ठिभूमि को तैयार करने में विमुक्त जाति ने महत्वपूर्ण योगदान दिया था। ये बातें समाज कल्याण, अनुसुचित जाति एवं जनजाति कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरूण ने शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 73वें विमुक्त जाति दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार विमुक्त एवं घुमंतू जातियों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए कटिबद्ध है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने कहा कि सरकार विमुक्त जातियों के लिए लगातार कार्य कर रही है। इनके कल्याण के लिए कई योजनाएं संचालित हो रही हैं और आवश्यकता अनुसार अन्य सुविधाएं भी केंद्र व राज्य सरकार दे रही है। इस मौके पर राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड, राज्य मंत्री, समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ0 हरिओम,निदेशक कुमार प्रशांत, कार्यक्रम संयोजक रावेंद्र कुमार समेत भरी संख्या में विमुक्त एवं घुमंतू समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।