प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाला महाकुंभ 2025, यूपी पुलिस और प्रशासन के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस महायोजन को सफल बनाने के लिए यूपी पुलिस और अन्य विभाग पूरी क्षमता से कार्य कर रहे हैं।
इस बार महाकुंभ में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसके लिए सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
महत्वपूर्ण तिथियां और दर्शन लाभ:
DGP ने बताया कि महाकुंभ 2025 में छह महत्वपूर्ण तिथियां निर्धारित की गई हैं, जिनमें से तीन शाही स्नान की होंगी। संगम में स्नान के साथ-साथ श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव का लाभ भी मिले, इसके लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं।
आपदा प्रबंधन पर जोर:
महाकुंभ के दौरान किसी भी आपदा से निपटने के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये के डिजास्टर मैनेजमेंट, फायर और सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था की गई है। इसमें लोगों को डूबने से बचाने के लिए उन्नत तकनीक और उपकरण भी शामिल हैं।
पंजाब पुलिस के साथ समन्वय:
सुरक्षा के मद्देनजर, हाल ही में पंजाब पुलिस से मिली सूचना पर तुरंत कार्यवाही की गई। DGP ने बताया कि वांछित अपराधियों को न्यूट्रलाइज करने के लिए यूपी पुलिस के लॉजिस्टिक ऑपरेशन (LO) वर्टिकल ने रियल टाइम में सूचना प्राप्त की और मुख्यालय से इसे मॉनिटर किया गया।
श्रद्धालुओं के लिए अभूतपूर्व इंतजाम:
यूपी पुलिस ने महाकुंभ 2025 को यादगार और सुरक्षित बनाने का संकल्प लिया है। श्रद्धालुओं के लिए सुगम यात्रा और सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
महाकुंभ 2025 ना केवल आध्यात्मिकता और आस्था का महायोजन होगा, बल्कि यूपी पुलिस की दक्षता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण बनेगा।