लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने आम जनता के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से लोग अपने विधायक की विकास निधि से संबंधित जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इस एप का नाम एमएलए लोकल एरिया डेवलपमेंट एप (LAD) है, जो ट्रायल के बाद अब जनता के लिए उपलब्ध होगा। इस एप के जरिए लोग जान सकेंगे कि उनके विधायक ने विकास निधि से कौन-कौन से काम कराए हैं और कितनी राशि खर्च हुई है।
एप की विशेषताएँ
पारदर्शिता: इस एप का मुख्य उद्देश्य सिस्टम में पारदर्शिता लाना है। पहले केवल विधायकों या सीडीओ कार्यालय के पास ही इस खर्च का ब्योरा होता था, लेकिन अब आम जनता भी आधिकारिक तौर पर इन जानकारियों को देख सकेगी।
खर्च का रिकॉर्ड: एप में सड़क, नाली, स्कूलों की मरम्मत, गरीबों का मुफ्त इलाज, महापुरुषों के नाम पर स्मृति द्वार, हैंडपंप, सोलर स्ट्रीट लाइट, ओपन जिम आदि जैसे सभी विकास कार्यों का खर्च रिकॉर्ड किया जाएगा।
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विधायकों के लिए सहूलियत: विधायकों को भी इस ऐप का फायदा होगा। वे देख सकेंगे कि उनकी निधि से कितना पैसा खर्च हो चुका है, कितना बाकी है, और किस इलाके में कौन-कौन से काम हो चुके हैं। इससे वे अपने कार्यों की प्रगति का जायजा ले सकेंगे और डीआरडीए द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा कर सकेंगे।
विकास निधि की राशि: उत्तर प्रदेश में विधायकों को सांसदों जितनी ही निधि मिलती है। 2022 में योगी सरकार ने विधायक निधि को बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये कर दिया, जबकि इससे पहले यह राशि 3 करोड़ रुपये थी। यह वृद्धि विधायकों को उनके निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई थी।
नागरिकों के लिए लाभ: इस एप के माध्यम से नागरिक आसानी से जान सकेंगे कि उनके क्षेत्र में विधायकों ने कौन से विकास कार्य किए हैं और उन पर कितना खर्च हुआ है। इससे सरकार की योजनाओं में आम जनता की भागीदारी बढ़ेगी और वे अपने प्रतिनिधियों के कार्यों की जानकारी रख सकेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम न केवल विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने में सहायक होगा, बल्कि यह आम जनता और विधायकों के बीच संवाद को भी मजबूत करेगा। इस एप के माध्यम से नागरिक अपनी सुविधाओं और विकास कार्यों के बारे में अधिक जागरूक हो सकेंगे, जो लोकतंत्र की सच्ची भावना को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।