महाकुम्भ 2025 ने एकता का संदेश दिया, जहां देश-विदेश के श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे। मकर संक्रांति के अवसर पर भारत की सनातन संस्कृति से अभिभूत विदेशी नागरिकों ने गंगा स्नान किया और भारत की संस्कृति का अनुभव किया।
महाकुम्भ नगर, 14 जनवरी : मकर संक्रांति के दिन महाकुम्भ में भारत के हर राज्य और हर जाति के श्रद्धालु एक साथ संगम में अमृत स्नान करने पहुंचे। इसके साथ ही दुनिया भर के नागरिक भी महाकुम्भ के इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने और भारतीय संस्कृति से अभिभूत हुए। संगम के तट पर भारतीय और विदेशी श्रद्धालु एक साथ जय श्री राम, हर हर गंगे और बम बम भोले के उद्घोष करते हुए गंगा में स्नान करते नजर आए।
इस बार के महाकुम्भ में एकता का अद्भुत दृश्य देखने को मिला, जहां दिल्ली, पंजाब, असम, पश्चिम बंगाल, केरल, आंध्र प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के श्रद्धालु शामिल हुए। इसके साथ ही अमेरिकी, इजरायली, फ्रांसीसी और अन्य देशों के नागरिक भी इस धार्मिक समागम का हिस्सा बने।
महाकुम्भ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक शक्ति को भी प्रदर्शित किया। विदेशी नागरिकों ने यहां के व्यवस्थापन, स्वच्छता और ऊर्जा को सराहा। उन्होंने कहा कि यह एक बड़े मंदिर जैसा अनुभव है और यहां की शांतिपूर्ण ऊर्जा उन्हें सुकून दे रही है।
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