“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ‘ग्रामीण भारत महोत्सव 2025’ का उद्घाटन किया। इस महोत्सव का उद्देश्य ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाना है।“
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में ‘ग्रामीण भारत महोत्सव 2025’ का शुभारंभ किया। इस महोत्सव का आयोजन ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया गया है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाना और गांवों की उन्नति के लिए नई योजनाओं और नवाचारों को बढ़ावा देना है।
महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री ने ग्रामीण उद्यमिता, स्वच्छ ऊर्जा, कृषि में नवाचार, और डिजिटल तकनीक के उपयोग पर जोर दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा, “भारत का विकास तभी संभव है जब हमारे गांव मजबूत और आत्मनिर्भर बनें। ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”कार्यक्रम में देशभर से आए किसान, स्वयं सहायता समूह, और ग्रामीण उद्यमियों ने अपने उत्पाद और सेवाएं प्रदर्शित कीं। महोत्सव में विभिन्न राज्यों के स्टॉल्स लगाए गए हैं, जहां ग्रामीण उत्पादों की झलक देखने को मिली।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीण विकास से जुड़ी कई नई योजनाओं और प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ भी किया। महोत्सव 7 दिनों तक चलेगा और इसमें ग्रामीण भारत के समग्र विकास के लिए विभिन्न विषयों पर संगोष्ठियां और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
महोत्सव का विषय:
ग्रामीण भारत महोत्सव का मुख्य विषय है “विकसित भारत 2047 के लिए एक सुदृढ़ ग्रामीण भारत का निर्माण”। यह महोत्सव आज से लेकर 9 जनवरी तक चलेगा, जिसमें कई कार्यक्रम, सेमिनार और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव का मुख्य उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में ग्रामीण क्षेत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका को समझाना है।
‘गांव बढ़े, तो देश बढ़े’ का संदेश:
महोत्सव को ‘गांव बढ़े, तो देश बढ़े’ नाम दिया गया है, जो यह संदेश देता है कि अगर गांवों का विकास होगा, तो यह पूरे देश के विकास में योगदान देगा। इस महोत्सव के माध्यम से पीएम मोदी ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर बुनियादी सुविधाएं, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और रोजगार अवसरों की आवश्यकता पर जोर देंगे।
कार्यक्रम में क्या होगा:
पीएम मोदी कार्यक्रम में ग्रामीण भारत के विकास पर प्रकाश डालेंगे, साथ ही सरकार द्वारा ग्रामीण विकास के लिए उठाए गए कदमों को साझा किया। इस महोत्सव में कई राज्यों से आए प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी और ग्रामीण विकास से जुड़े लोग हिस्सा लिया।
ग्रामीण भारत का महत्व:
ग्रामीण भारत का महत्व भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज में अत्यधिक है, क्योंकि लगभग 70% जनसंख्या गांवों में रहती है। यदि ग्रामीण भारत में समृद्धि आएगी तो यह समग्र देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल