“महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व पर योगी सरकार की पुलिस ने श्रद्धालुओं के साथ शानदार व्यवहार किया। पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग से मिली मदद से श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ा। बुजुर्गों और दिव्यांगों की मदद के साथ पुलिस ने विश्वास जीता।”
महाकुम्भनगर: महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व, पौष पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालु संगम तट पर पुण्य स्नान के लिए उमड़े। इस दौरान पुलिस ने अपनी विशेष ट्रेनिंग और विनम्र व्यवहार से श्रद्धालुओं का दिल जीता। पुलिस कर्मियों की मदद से श्रद्धालु मार्गदर्शन प्राप्त करते रहे और सभी ने उनके सहायक और विनम्र रवैये की सराहना की।
पुलिस की मददगार भूमिका: इस बार महाकुम्भ में योगी सरकार ने पुलिसकर्मियों के लिए विशेष ट्रेनिंग आयोजित की थी। परेड स्थित पुलिस लाइन में दो महीने तक पुलिसकर्मियों को व्यवहार की ट्रेनिंग दी गई। इसका असर पहले स्नान पर्व पर देखने को मिला, जब श्रद्धालु पांटून ब्रिज या विभिन्न सेक्टरों के बारे में जानकारी लेने के लिए पुलिस से संपर्क करते थे। पुलिस कर्मियों ने हर एक को बिना किसी परेशानी के मार्गदर्शन दिया और उनकी मदद की। पुलिस ने बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों का विशेष ध्यान रखा।
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सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैदी: घाटों पर भारी पुलिस बल की तैनाती और पांटून ब्रिज पर पुलिस फोर्स की सुरक्षा व्यवस्था ने श्रद्धालुओं को सुरक्षा का अहसास दिलाया। चौराहों और वॉच टावर पर भी पुलिस कर्मी मुस्तैदी से सक्रिय रहे। एसएसपी महाकुम्भ, राजेश द्विवेदी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सुनिश्चित की गई है और सभी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर पूरी तत्परता से कार्य कर रहे हैं।
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