“नवंबर महीने में थोक महंगाई घटकर 1.89% पर आ गई है। सब्जियों और खाने-पीने की चीजों के दाम घटने से महंगाई में कमी आई है।”
नई दिल्ली। नवंबर में थोक महंगाई में राहत की खबर आई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में थोक महंगाई 1.89% पर आ गई है, जबकि अक्टूबर में यह 2.36% थी। सितंबर में थोक महंगाई 1.84% पर थी, जिससे नवंबर में मामूली वृद्धि देखी गई, लेकिन फिर भी यह सामान्य दर से नीचे है।
महंगाई में कमी का कारण
सब्जियों और खाने-पीने की चीजों के दामों में कमी आई है, जिसके कारण थोक महंगाई में यह गिरावट देखने को मिली है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों के थोक दामों में गिरावट आई है, जिसने थोक महंगाई को नीचे लाने में मदद की।
खुदरा महंगाई और थोक महंगाई में अंतर
महंगाई, जो औसत व्यापारिक कीमतों पर आधारित होती है, का उपभोक्ताओं पर असर अक्सर बाद में देखने को मिलता है। जबकि खुदरा महंगाई में तत्काल बदलाव होते हैं, थोक महंगाई में गिरावट का असर धीरे-धीरे उपभोक्ताओं तक पहुंचता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर खाद्य सामग्री और अन्य वस्तुओं के दाम स्थिर रहे, तो आने वाले महीनों में महंगाई में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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