दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंचने के बाद हालात ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गए।
प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को लागू कर दिया है। इसके तहत कई सख्त प्रतिबंधों की घोषणा की गई है।
दिल्ली में GRAP-4 लागू होते ही ये पाबंदियां की गईं:
- स्कूलों की छुट्टी: कक्षा 5वीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। 6वीं से 9वीं और 11वीं की कक्षाएं हाइब्रिड मोड में चलेंगी।
- ट्रकों का प्रवेश प्रतिबंधित: दिल्ली में केवल आवश्यक सामान लेकर आने वाले ट्रकों को प्रवेश की अनुमति होगी। अन्य भारी और मध्यम डीजल ट्रकों पर रोक लगा दी गई है।
- निर्माण कार्यों पर पूरी तरह प्रतिबंध: सार्वजनिक और निजी निर्माण व विध्वंस गतिविधियों पर रोक लगाई गई है।
- वर्क फ्रॉम होम: सरकारी और निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को घर से काम करने का निर्देश दिया गया है।
- वाहन और कच्ची सड़कों पर पाबंदी: कच्ची सड़कों पर आवाजाही और निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता प्रदूषण:
- आनंद विहार में AQI सुबह 7 बजे 467 रिकॉर्ड किया गया।
- ग्रेटर नोएडा में 410, गाजियाबाद में 409 और नोएडा में 403 दर्ज हुआ।
- गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई।
दृश्यता पर असर:
धुंध के कारण मंगलवार को पालम में दृश्यता 1,100 मीटर और सफदरजंग में 700 मीटर रही। प्रदूषण का बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं बताया जा रहा है, जो वायु में 18% तक योगदान दे रहा है।
जनजीवन पर प्रभाव:
प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और आंखों में जलन की शिकायत बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 24 घंटों में स्थिति में खास सुधार की उम्मीद नहीं है।
सरकार की अपील:
दिल्ली सरकार ने लोगों से कारपूलिंग, सार्वजनिक परिवहन के उपयोग और गैर-जरूरी यात्रा को टालने की अपील की है। साथ ही कचरा जलाने और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाने की हिदायत दी गई है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की विकराल स्थिति के चलते GRAP-4 लागू कर दिए गए हैं। इससे आम जनजीवन पर असर जरूर पड़ेगा, लेकिन हालात को संभालने के लिए यह कदम जरूरी है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि प्रदूषण कम करने में अपना योगदान दें।