लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पान मसाला उद्योग पर राज्य कर विभाग ने शिकंजा कसते हुए कड़े कदम उठाए हैं। विभाग ने पान मसाला फैक्ट्रियों और उनके परिवहन पर सख्त निगरानी के लिए 60 से अधिक टीमों को प्रदेशभर में तैनात किया है।
ई-वे बिल की सख्त जांच
राज्य कर विभाग की 12 टीमें वाहनों के ई-वे बिल की सघन जांच कर रही हैं। बॉडी वॉर्न कैमरों से लैस ये टीमें सुनिश्चित कर रही हैं कि परिवहन में किसी भी तरह की अनियमितता न हो।
12-12 घंटे की ड्यूटी
अधिकारियों को 12-12 घंटे के रोस्टर में तैनात किया गया है। लखनऊ और कानपुर में 54 टीमें दिन-रात निगरानी में जुटी हैं।
कानपुर और लखनऊ में प्रमुख कार्रवाई
लखनऊ, कानपुर और हरदोई जैसे शहरों में बड़ी संख्या में पान मसाला फैक्ट्रियां स्थित हैं। वहीं, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, हापुड़ और कानपुर में भी फैक्ट्रियां मौजूद हैं। इन सभी स्थानों पर विभाग ने कड़ी निगरानी की व्यवस्था की है।
राजस्व चोरी पर लगाम का प्रयास
यह कदम राज्य में पान मसाला उद्योग से जुड़े कर चोरी और अनियमितताओं को रोकने के लिए उठाया गया है। राज्य कर विभाग ने कहा कि यह अभियान अनिश्चितकालीन है और इसे और प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी उपकरणों और कर्मियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
इस अभियान के तहत, ई-वे बिल जांच और निगरानी से जुड़े हर पहलू को पारदर्शी और प्रभावी बनाने पर जोर दिया जा रहा है। विभाग ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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