सिर्फ नारों से ही विकास नहीं होते। उसके लिए श्रम सीकरों, इच्छा शक्ति, प्रभावी योजना और उसके सफल क्रियान्वयन की भी जरूरत होती है। नारों से अगर देश का विकास होना होता तो कब का हो चुका होता। जिन दिनों देश में साक्षरता अभियान की शुरुआत हुई थी। उस समय …
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