हिन्दू परंपरा में ग्रहण का महत्वपूर्ण स्थान है। जैसा कि आप सभी को विदित है कि ग्रहण 2 प्रकार के होते हैं- सूर्यग्रहण एवं चंद्रग्रहण। सूर्यग्रहण एवं चंद्रग्रहण भी मुख्यत: 2 प्रकार के होते हैं- खग्रास और खंडग्रास। जब ग्रहण पूर्णरूपेण दृश्यमान होता है तो उसे ‘खग्रास’ एवं जब ग्रहण …
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