राजनीति में दो और दो चार का फार्मूला अक्सर फेल हो जाता है। पिछले चुनावों के प्रदर्शन के आधार पर किसी खेमे की हालिया हैसियत और संभावनाओं का सटीक आकलन संभव नहीं होता, लेकिन अनुमान और आकलन तो चलता ही रहता है। बिहार में कुछ दल इधर से उधर चले …
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