“उत्तर प्रदेश में मनरेगा योजना के तहत 6 सालों में 13,360 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण हुआ। इस वित्तीय वर्ष में 1122 केंद्र तैयार और 13262.15 लाख रुपये खर्च किए गए।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण विकास को नई पहचान देने के उद्देश्य से मनरेगा योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण तेजी से हो रहा है। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में इस योजना के तहत गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य सुनिश्चित किया जा रहा है।
6 साल में 13,360 आंगनबाड़ी केंद्र बने
वित्तीय वर्ष 2019-20 से शुरू होकर अब तक 13,360 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण पूरा हो चुका है। इसमें 2019-20 में 2015, 2020-21 में 4042, 2021-22 में 1871, 2022-23 में 2329, 2023-24 में 1981 और वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1122 केंद्र तैयार किए गए हैं।
8,778 केंद्र निर्माणाधीन
वर्तमान में 8,778 आंगनबाड़ी केंद्रों पर काम जारी है। खास बात यह है कि इन केंद्रों का निर्माण बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग और मनरेगा के अभिसरण से हो रहा है। 2024-25 में अब तक 13262.15 लाख रुपये की धनराशि खर्च हो चुकी है।
सुरक्षा और खेल की सुविधाएं
इन आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए खेलने की विशेष व्यवस्था की गई है। साथ ही यह सुनिश्चित किया गया है कि केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप न बनाए जाएं। पंचायत स्तर पर पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ निर्माण हो रहा है।
आयुक्त, ग्राम्य विकास श्री जी.एस. प्रियदर्शी ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने का यह प्रयास जारी रहेगा।
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