लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी दिशा में, वृंदावन में 16.75 किलोमीटर लंबे बाईपास का निर्माण पीएम गति शक्ति पहल के तहत प्रस्तावित है। यह परियोजना श्रद्धालुओं के लिए बांके बिहारी के दर्शन को आसान बनाएगी और व्यापार व उद्योग को बढ़ावा देगी।
श्रद्धालुओं के लिए आसान होगा दर्शन
हर साल लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से वृंदावन पहुंचते हैं, लेकिन बढ़ती गाड़ियों की संख्या के कारण यहां जाम की समस्या गंभीर हो गई है। प्रस्तावित बाईपास इस समस्या का समाधान करेगा, जिससे श्रद्धालुओं को बांके बिहारी के दर्शन में आसानी होगी और यात्रा का समय भी कम होगा।
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कनेक्टिविटी में सुधार
वृंदावन बाईपास, राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। यह यात्रा के समय को 90 मिनट से घटाकर केवल 15 मिनट कर देगा, जिससे पर्यटन और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
सामाजिक-आर्थिक विकास की नई राह
इस बाईपास परियोजना का मुख्य उद्देश्य कनेक्टिविटी को बढ़ाना और क्षेत्रीय विकास को गति देना है। इससे परिवहन चुनौतियों में कमी आएगी, जिससे स्थानीय व्यापार में तेजी आएगी और औद्योगिक गतिविधियों को नया बल मिलेगा। बाईपास से वृंदावन में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, जो क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।