नई दिल्ली। गुट निरपेक्ष देशों की बैठक में शामिल होने जा रहे उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने शुक्रवार को कहा कि सभी सदस्य देशों के लिए मुख्य प्राथमिकता विकास है और इसी हिसाब से इस साल के शिखर सम्मेलन में शांति, संप्रभुता और विकास के लिए एकजुटता को विषय वस्तु चुना गया है।उप राष्ट्रपति ने यह बातें विशेष विमान में वेनेजुएला जाते समय मीडिया से बातचीत में कहीं। वे वेनेजुएला में होनेवाले गुट निरपेक्ष समूह के देशों के कल से शुरू होनेवाले दो दिवसीय शिखऱ सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं ।गुट निरपेक्ष शिखर सम्मेलन के ऐतिहासिक संदर्भ में उप राष्ट्रपति ने कहा कि गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन या आंदोलन भारत के लिए नया नहीं है और 1961 में इसकी स्थापना के समय से ही भारत इस समूह का हिस्सा रहा है। हालांकि शुरुआती दिनों में सदस्य देशों की चिंता उपनिवेशवाद से अपने स्वतंत्रता की रक्षा करना था, जबकि पिछले कुछ वर्षों में इसके एजेंडे में समय के साथ आंशिक रूप से बदलाव आया है, फिर भी हमारी प्राथमिकता ज्यों की त्यों बनी हुई है, वह है विकास को सुनिश्चित करना।श्री अंसारी ने कहा कि शांति, संप्रभुता और विकास के लिए एकजुटता के अंतर्गत प्राथमिक मुद्दा है कि विकास के लिए कैसे किसी के ऊर्जा का उपयोग किया जा सके, जिसके लिए शांति और देशों के बीच एकजुटता एक अनिवार्य आवश्यकता है।भारत की विदेश नीति में बदलाव के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी घरेलू नीति के समान ही हमारी विदेश नीति उद्देश्यों को प्राप्त करने का इरादा रखती है और इसके लिए बेहतर कार्य प्रणाली का निर्धारण करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कार्यप्रणाली में समायोजन या परिवर्तन किया जा सकता है, लेकिन भारत के हितों वाले विषयों में बदलाव नहीं किया जा सकता।आतंकवाद के मुद्दे पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत इस मुद्दे को अन्य मंचों पर उठाता रहा है। गुटनिरपेक्ष समूह एक महत्वपूर्ण मंच है और भारत इस मुद्दे को वहां जरूर उठाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विकास है और इसके लिए हमें राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर शांति की आवश्यकता है। हमारे इन उद्देश्यों की प्राप्ति में आतंकवाद से बाधा उत्पन्न होती है, इसलिए इस विषय पर बातचीत होनी चाहिए।