बालों के साथ कई मिथ्स जुड़े हैं जैसे एक सफेद बाल तोड़ने से और सफेद बाल निकल आते हैं या गर्भवती महिलाओं को बाल रंगने नहीं चाहिए जिस पर लोग विश्वास भी करते हैं. मेडी मेकओवर की स्किन स्पेशलिस्ट और निदेशक सुरुची पुरी ने बालों के साथ जुड़े मिथ्स के बारे में ये कई बाते बताई हैं :
- यह मिथ आम है कि एक सफेद बाल तोड़ने पर दो और सफेद बाल निकल आते हैं, ये मिथ फैलना इसलिए शुरू हुआ क्योंकि लोग अगर एक सफेद बाल तोड़ते हैं तो बाद में उन्हें और सफेद बाल निकले नजर आते हैं, जबकि इसका कारण सही खानपान नहीं होना और तनाव हो सकता है.
ये 7 कारण जान गय तो आप भी करवाएंगे रोज मसाज !
- गर्भवती महिलाओं के साथ ये मिथ जुड़ा है कि वे बाल नहीं रंग सकती हैं. इसका मुख्य कारण हेयर डाई का अमोनिया युक्त होना है, जो गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है, लेकिन अगर आप चाहे तो अमोनिया फ्री प्रोडक्ट का प्रयोग कर सकती हैं. मेंहदी केमिकल फ्री होता हैं, इसलिए इसका इस्तेमाल सेफ है.
- अधिकांश लोगों को लगता है कि खास मौसम, स्टाइलिंश और महंगे प्रोडक्ट हेल्दी बाल के लिए जरूरी है जबकि हेल्दी बालों लिए आपका खान-पान भी न्यूटिशंस यानि कार्बोहाइड्रेट, प्रोटींन से भरपूर होना चाहिए. प्रोडक्ट बालों की अच्छी सफाई करने और बाहरी नमी बनाए रखने के लिए ही जरूरी होते हैं.
- एक मिथ है कि बीयर से बाल धोने से बाल मुलायम होते हैं. लोगों को लगता है कि बीयर में मौजूद माल्ट और यीस्ट प्रोटीन के साथ अच्छा रिस्पॉन्स देते हैं और इससे बाल स्ट्रांग, शाइनी और बाउंसी होते हैं, जबकि बीयर में मौजूद एल्कोहल से बाल और ज्यादा ड्राई हो जाते हैं. आपका रेगुलर शैम्पू इससे कहीं ज्यादा बेहतर और सुरक्षित होता है.
- बालों के साथ जुड़ा एक मिथ ये भी है कि शैम्पू के बाद ही कंडीशनर लगाना चाहिए, जबकि शैम्पू के पहले कंडीशनर लगाने से बाल मुलायम हो जाते हैं और शैम्पू के दौरान कम टूटते हैं, यह बालों और शैम्पू के बीच कवच का काम करता है, जिससे प्राकृतिक तेल निकले बगैर आपके बाल अच्छी तरह से साफ हो जाते हैं.
- कई लोग मानते हैं कि अक्सर बाल कटाने से बाल जल्दी बढ़ते हैं जबकि यह महज एक मिथ है. लंबे, घने और हेल्दी बालों के लिए हेल्दी स्काल्प होना चाहिए और हेल्दी डायट लेनी चाहिए. हर आठ से नौ हफ्तों में ट्रिमिंग कराने से बाल दो मुंहे नहीं होते हैं.