वर्कआउट से पहले और बाद में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। यह काफी अस्पष्ट और मुश्किल हो सकता है। लेकिन अगर लक्ष्य पता हो, तो यह आपके लिए काफी सरल हो सकता है। क्या आप फैट कम करना चाहते हैं, बॉडी बनाना चाहते हैं या दोनों करना चाहते हैं? क्या ताकत और सहनशक्ति बढ़ाना चाहते हैं या फिर स्वस्थ रहना चाहते हैं।
अच्छी हेल्थ के लिए कैलोरी, प्रोटीन का संतुलन, कार्बोहाइड्रेट और फैट आदि को ध्यान रखना जरूरी है। वर्कआउट से पहले का खाना हमारे अंदर कसरत के लिए एनर्जी और परफॉर्मेंस बढ़ाने में मदद करता है। वहीं वर्कआउट के बाद का खाना सेहत के अनुकूल काम करता है। इसलिए अब आप कौन कौन से वर्कआउट करने की योजना के साथ साथ उससे पहले और बाद में क्या क्या आहार लेना है ये भी जानें –
केला
केले में भरपूर मात्रा में आयरन, विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटैशियम होता है जो नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
दही
दही में मैग्निशियम की मात्रा सबसे अधिक होती है जिससे शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है। इस ऊर्जा से प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने में आसानी होती है। आप चाहें तो छाछ, लस्सी या शेक में दूध की जगह दही का प्रयोग कर सकते हैं। यह शरीर में पानी का स्तर बनाये रखता है।
ओट्स में विटामिन बी भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर के तनाव को कम करने में मदद करता है। वर्कआउट के बाद इसे खाने से शरीर की क्षमता और ताकत बढ़ती है। इसे दूध के साथ खा सकते हैं। ओट्स आसानी से पच जाते हैं। ओट्स में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट रक्त में प्रवाहित होकर आपके शरीर को ऊर्जा देता है।
अंडे
अंडे में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और मिनरल्स होता है। जो स्टेमिना और ताकत बढ़ाने में मदद करता है। आप कच्चा या उबले हुए अंडे वर्कआउट के बाद खा सकते हैं ये रक्त में गुड केलेस्ट्रॉल एचडीएल की मात्रा को भी बढ़ाता है।
शकरकंद यानी स्वीट पोटैटो भी ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसलिए वर्कआउट के पहले या बाद में शकरकंद का सेवन कीजिए।
कीवी
कीवी की प्रति ग्राम मात्रा में किसी भी अन्य फल की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में कैलोरी, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर मौजूद होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी होता है जो शरीर में ऊर्जा का स्तर बनाए रखता है। इसमें मौजूद मोनोसैच्युंरेटेड फैट और एंटीऑक्सीडेंट्स मांशपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।