नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का कहना है कि अगर भारत-पाक युद्ध हुआ तो मैं भी बॉर्डर पर लड़ने जाऊंगा। उनका कहना है कि हमें नहीं लड़ना चाहिए, लेकिन अगर पाकिस्तान के रूख में बदलाव नहीं आता है तो ऐसा करना पड़ेगा।
अन्ना हजारे खुद पर बन रही एक फिल्म से जुड़े कार्यक्रम में मुंबई पहुंचे थ, जहां उन्हाेंने कई अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। उरी हमले काे खौफनाक कहते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि वे कश्मीर और उरी में रहे हैं और उरी हमले पर सरकार की प्रतिक्रिया का समर्थन करते हैं। लेकिन अच्छे दिन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा- इस बारे में आप मुझसे अच्छा जानते हैं कि अच्छे दिन आए या नहीं।पाकिस्तानी कलाकारों को एमएनएस की ओर से मिली धमकी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि युद्ध और कला में अंतर होता है। दोनों को हमें अलग-अलग रखना चाहिए। आर्ट लोगों को प्रेरित करता है। अगर आर्ट का इस्तेमाल गलत रूप में होता है तो उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। केजीवाल पर बाेलते हुए अन्ना ने कहा कि उनके दिमाग में सत्ता घुस गई है और देखिए कि अब उन्हें कितने मंत्रियों को निकालना पड़ रहा है। लेकिन ये मेरा नुकसान है और मैं दुखी हूं। अगर 2011 वाली हमारी टीम साथ होती तो आज देश की हालत कुछ और होती।
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