नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना पहुंचे हैं। इस शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को SCO की पूर्णकालिक सदस्यता दी गई।
साल 2001 के बाद पहली बार चीन के प्रभुत्व वाले SCO का विस्तार हुआ है। इसके साथ ही इसकी सदस्य संख्या छह से बढ़कर आठ कर दी गई। अस्ताना में SCO समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानव मूल्यों का सबसे बड़ा दुश्मन है।
लिहाजा सभी देशों को मिलकर इसके खिलाफ लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी देशों के साथ हमारे संबंध ऐतिहासिक हैं। उन्होंने टेरर फंडिंग पर रोक लगाने की भी बात कही।
आज शंघाई सहयोग संगठन में सभी सदस्य देशों को संबोधित कहते हुए पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन का सदस्य बनाने पर उन्हें धन्यवाद दिया। फिर पीएम ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है और आतंकवाद के खात्में के लिए सभी सदस्य देशों को एक साथ आना होगा। पीएन कहा कि इस मंच से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नई ताकत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए भी SCO के सभी देशों को साथ देना होगा। वहीं पीएम मोदी और पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ के बीच आज फिर मुलाकात हुई।
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों को होने वाली फंडिंग पर रोक लगनी चाहिए। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी ने बिना नाम आतंकवाद के नाम पर पाकिस्तान को घेरने की कोशिश की।
मोदी ने कहा कि एससीओ सदस्यों के बीच कनेक्टिविटी परियोजनाओं में सहयोग भारत के लिए प्राथमिकता है, देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता महत्वपूर्ण कारक होने चाहिए।
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पीएम ने कहा कि 40 फीसदी आबादी और 20 फीसदी जीडीपी एससीओ का हिस्सा। मध्य एशिया में एससीओ एक मजबूत कड़ी है।
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