कोचिंग संचालक अभिषेक दिवोलिया (35) पर जानलेवा हमले के मामले में पूर्व पार्टनर रघुराज पर मुकदमा हुआ है। भाई की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित के परिजन से लंबी पूछताछ की। वहीं आरोपित रघुराज के मथुरा में होने के चलते एक टीम गिरफ्तारी के लिए रवाना हो गई। हालांकि वह शुरू से ही पुलिस के संपर्क में हैं।
काकादेव में नीट फिजिक्स एक्सपर्ट नाम से कोचिंग चलाने वाले मूल रूप से जालौन कुसमरा निवासी अभिषेक को मंगलवार शाम बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी। वह कोचिंग से लौटकर कल्याणपुर थाना क्षेत्र स्थित गोपाला टावर के पास मंशा अपार्टमेंट स्थित आवास के बाहर कार पार्क कर रहे थे। भाई संजीव दिवोलिया ने कल्याणपुर पुलिस को तहरीर दी है कि अभिषेक पिछले सात वर्षो से काकादेव कोचिंग मंडी में पढ़ा रहे है। इस दौरान उन्होंने राज कुशवाहा और धीरज शुक्ल के साथ पढ़ाया।
एक वर्ष के लिए (2017) में मथुरा निवासी रघुराज की कोचिंग में पार्टनर हो गया। उसकी नीयत को देखते हुए अभिषेक ने भदौरिया चौराहे के पास संतोष सिंह के घर में दिसंबर 2107 में अलग कोचिंग खोल ली। छात्रों की संख्या घटने पर रघुराज ने दो माह पहले देख लेने की धमकी दी। उन्होंने ही भाई पर हमला कराया। कल्याणपुर पुलिस ने बुधवार को संजीव की तहरीर पर रघुराज व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया
दूसरी तरफ अभिषेक के बयान के आधार पर मंगलवार रात से ही आरोपित रघुराज के परिजन से थाने में पूछताछ शुरू कर दी गई। आरोपित रघुराज मथुरा में थे फिर भी पुलिस के संपर्क में थे। तहरीर मिलते ही एक टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए मथुरा रवाना हो गई। वहीं सीसीटीवी में दिखे संदिग्ध दो लोगों को पकडऩे के लिए तीन टीमें दबिश दे रही है। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने बताया कि घायल कोचिंग संचालक के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जांच व साक्ष्यों के आधार पर जल्द घटना का खुलासा कर दिया जाएगा
कोचिंग संचालक पर कातिलाना हमले के मामले में पुलिस ने सात संदिग्ध लोग पकड़े। डाटा फिल्टरेशन के माध्यम से एक संदिग्ध का नंबर हाथ लगा है, उसकी कोचिंग मंडी से जुड़े एक चर्चित शख्स से पिछले एक माह में कई बार बात हुई है। सीसीटीवी फुटेज से भी हमलावरों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। कल्याणपुर पुलिस के साथ ही एडीजी व आइजी की क्राइम ब्रांच की टीम बुधवार देर रात तक घटना के कारणों व उससे जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाती रही। टीमों ने कोचिंग संचालकों, छात्रों, दुकानदारों व घटना स्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की। साथ ही हमलावरों व कुछ संदिग्ध लोगों की फोटो दिखाकर सबूत जुटाए। इस दौरान टीम ने हमलावरों के फायर करते ही मौके पर पहुंचे चौकीदार राजू से भी पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस हमलावरों के पास तक पहुंच गई है। घटना में कोचिंग मंडी के हॉस्टल संचालक व वाहन स्टैंड संचालक की भूमिका संदिग्ध मिली है। पुलिस उन पर नजर बनाए है।