लखनऊ। प्रदेश में खादी ग्रामोद्योग और कपड़ा उद्योग के दिन फिर बहुरेंगे। जिस तरह से केन्द्र की मोदी सरकार ने महज 3 साल में खादी को जनान्दोलन बनाकर पूरे विश्व में ब्राडिंग की और आर्थिक और सामाजिक रूप से खादी का कायापलट कर दिया, उसी मार्ग का अनुसरण करते हुए प्रदेश सरकार खादी को जन-जन में लोकप्रिय बनाएगी।
प्रदेश के खादी ग्रामोद्योग एव वस्त्र उद्योग मंत्री सत्यदेव पचैरी ने यह जानकारी दी। श्री पचैरी मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर जन समस्याओं के निस्तारण के क्रम में जनसुनवाई कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वस्त्र उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार तत्परता से कार्य कर रही है। खादी ग्रामोद्योग के उत्थान के लिए खादी बोर्ड की नई नीति बनेगी।
खादी बोर्ड खादी ग्रामोद्योग एवं प्रदेश के वस़्त्र उद्योग से जुडे़ बुनकरों, कारीगरों व निर्माण इकाईयों को तकनीकी एवं वित्तीय मदद के साथ कौशल विकास से जोड़ा जाएगा ताकि गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन के जरिए उत्पादों को देश के साथ विदेशी बाजारों में भी स्थापित किया जा सके। जन सुनवाई के दौरान आई समस्याओं की जानकारी देते हुए पचैरी ने कहा कि जमीन पर अवैध कब्जे, गांव में बिजली के खम्बे न होना, शासकीय विवाद, नौकरियों मंे विनियमितीकरण की समस्याओं को लेकर लोग आए। इन पर कार्यवाही के लिए विषय सम्बन्धित अधिकारियों और विभागों का भेज दिए गए।
साथ ही सम्बन्धित अधिकारियों को इन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश भी दिए गए। श्री पचैरी ने कहा कि सरकार जन अपेक्षाओं के अनुरूप काम कर रही है। लोगों की समस्याओं का निस्तारण हो रहा है। 2019 की तैयारियों पर कहा कि संगठनात्मक कार्यक्रम सतत प्रक्रिया है। कार्यकर्ता निरन्तर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक भारत में भाजपा एकमेव पार्टी नहीं हो जाती, कार्यकर्ता विश्राम नहीं करेंगे।