नई दिल्ली। पाक अधिकृत गिलगिट-बाल्टिस्तान में शनिवार को बड़ी संख्या में युवा पाकिस्तान के खिलाफ झंडे लेकर प्रदर्शन व नारेबाजी करके पाकिस्तानी सेना को गिलगिट छोड़ने की मांग कर रहे है। इससे पहले शुक्रवार को ही कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया था “पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी हमारा है।” इसके बाद शनिवार को स्थानीय लोग गुस्से में है और उनकी मांग है कि पाकिस्तानी सेना जल्द से जल्द बाल्टिस्तान की धरती छोड़ दें ताकि वह स्वतंत्र भारत में आजादी से रह सकें। लोगों ने एक्टिविस्ट बाबा जान की रिहाई की मांग की है।पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर में फौज का विरोध कर रहे 500 नौजवानों को पहले पीटा गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई के बाद लोगों का गुस्सा फूटा है। पाकिस्तान के खिलाफ वहां रह रहे लोग गुस्से में हैं। पाकिस्तान के खिलाफ लोगों ने नारे लगाये हैं। बीते कई दिनों से वहां हंगामा चल रहा है। गिलगिट में आज लोगों ने प्रदर्शन कर पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाये हैं जबकि कल मुजफ्फरबाद में भी नारे लगे थे। ये लोग गिलगित के अलग-अलग इलाकों अस्तोर, दियामिर और हुनजा में प्रदर्शन कर रहे थे। सुन्नी बहुल पाकिस्तान में केवल ये इलाके ही शिया बहुल हैं।प्रदर्शनकारियों ने चीन कॉरिडोर का भी विरोध करते हुए कहा कि इस कॉरिडोर से केवल चीन और पाकिस्तान के पंजाब को फायदा होगा, लेकिन पाक फौज ने इन युवकों को गिरफ्तार कर लिया। अब इसके खिलाफ जगह-जगह लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
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