लखनऊ, 9 मई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने पहलगाम में हुए हिंदू यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर पर समर्थन जताते हुए एक स्पष्ट और सशक्त वक्तव्य जारी किया है। संघ ने इस निर्णायक कार्रवाई को “समूचे देश के स्वाभिमान एवं हिम्मत को बढ़ाने वाली” बताया है।
RSS ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक और अपरिहार्य कदम है। संघ ने प्रधानमंत्री और भारत की सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस अभियान ने न केवल आहत परिवारों को न्याय की राह दिखाई है, बल्कि पूरी राष्ट्र-भावना को सशक्त किया है।
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🇮🇳 राष्ट्रीय एकता का आह्वान
RSS ने अपने वक्तव्य में कहा है कि संपूर्ण देश तन-मन-धन से सरकार और सैन्यबलों के साथ खड़ा है। सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले द्वारा हस्ताक्षरित इस वक्तव्य में आतंकियों और उनके समर्थक तंत्र पर हो रही कार्रवाई को देश की रक्षा नीति का अनिवार्य अंग बताया गया।
संघ ने पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमाओं पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की है और उनके शिकार हुए नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
⚠️ सोशल समरसता पर विशेष बल
वक्तव्य में देशवासियों से अपील की गई है कि वे शासन एवं प्रशासन द्वारा दी जा रही सूचनाओं का पूर्णतः अनुपालन करें। साथ ही यह भी कहा गया है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें समाज की एकता और समरसता को भंग करने का षड्यंत्र कर सकती हैं, जिससे सावधान रहना होगा।
RSS ने कहा, “समस्त देशवासियों से अनुरोध है कि अपनी देशभक्ति का परिचय देते हुए सेना एवं नागरी प्रशासन के लिए जहाँ भी आवश्यकता हो, हरसंभव सहयोग को तत्पर रहें।”
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🧭 राष्ट्रीय सुरक्षा में नागरिक भूमिका की अहमियत
RSS ने अपने वक्तव्य के अंत में देशवासियों को उनके नागरिक कर्तव्यों की याद दिलाई। यह स्पष्ट किया गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि समाज की एकजुटता में भी निहित है।
संघ ने जोर दिया कि देशभक्ति सिर्फ भावनात्मक नहीं, व्यवहारिक होनी चाहिए — जिसमें नागरिक सहायता, अफवाहों से बचाव और प्रशासन का सहयोग शामिल है।