हरिद्वार। ज्योतिषए द्वारका व शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि कश्मीर समस्या से अधिक खतरा देश को देश के भीतर रहने वाले विदेशियों से है। देश को बचाने के लिए सरकार को चाहिए कि वे 15 दिनों के भीतर देश में रह रहे विदेशियों को यहां से बाहर खदेडे़। देश पर हमला करने वाले आतंकी इन्हीं की पनाह में हमलों को अंजाम दे रहे हैं। पत्रकारों से कनखल स्थित अपने मठ में बात करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि कश्मीर में वर्तमान में जो हालात है। वह आईएसआईएस व पाकिस्तान की देन है। आईएस चाहता है कि विश्व में केवल मुस्लिम धर्म ही हो। इसी कारण पूरे विश्व में आईएस तेजी के साथ फैलता जा रहा है। पाक के साथ चीन भी आतंक का समर्थन कर रहा है। ऐसी स्थित में यदि देश पर आक्रमण होता है तो हम उसका मुकाबला कैसे करेंगे जबकि देश के भीतर बड़ी संख्या में विदेशी रह रहे है। जो आतंक को पनाह दे रहे हैं। ऐसी स्थित में आक्रमण के समय देश की बाह्य व भीतर आतंकी शक्त्यिों से निपटना मुश्किल होगा। हम कहां हैं हमको इस पर भी विचार करना होगा। यह सवाल केवल कश्मीर का नहीं पूरे देश का है। सरकार को चाहिए की देश रक्षा के लिए 15 दिनों के भीतर देश में रह रहे विदेशियो को निकालकर बाहर करे। यदि ऐसा नहीं हाता है। तो हमारा बचना मुश्किल होगा।
शंकराचार्य ने कहा कि कश्मीर में 70 फीसदी की आबादी मुसलमानों की होने के बाद भी उन्हें अल्पसंख्यक होने का दर्जा प्राप्त है। जबकि कश्मीर में हिन्दुओं की संख्या मात्र 3 फीसदी है। सरकार को चाहिए कि वे कश्मीर में हिन्दुओं को अल्पसंख्यक घोषित करे। कश्मीर समस्या के समाधान का नुस्का बताते हुए शंकराचार्य ने कहा कि धर्म में वर्णित है कि औरत के लिए शर्मए वैश्या को नरम और शासन को गर्म होना चाहिए। यदि सरकार गर्म हो जाए तो समस्या हल हो सकती है। गुरु पूर्णिमा पर्व गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है। जिन्होंने हमें ज्ञान दिया तथा परमेश्वर की पहचान कराई उनका पूजन हमें अवश्य करना चाहिए।