सीएम से आर्थिक सहायता उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में बीते 365 दिनों में सहायता के लिए आने वाले जरूरतमंदों की संख्या 66,874 से अधिक रही। इलाज, अग्निकांड, मृत्यु, विवाह, शिक्षा जैसी अनेक परिस्थितियों में आम लोगों ने मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई, और सरकार ने निराश नहीं किया।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य सरकार ने गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों की मदद के लिए 13.44 अरब रुपये की सहायता राशि जारी की। इसमें कैंसर के 7570 मरीजों को 1.66 अरब रुपये और किडनी की बीमारी से ग्रसित 1729 मरीजों को 33.12 करोड़ रुपये की विशेष सहायता दी गई। यह सरकारी प्रयास स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि स्वास्थ्य सेवा को सरकार ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
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अग्निकांड से पीड़ित परिवारों, मृतक आश्रितों, और जीवन संकट में फंसे लोगों को भी इस सहायता का लाभ मिला। राज्य सरकार ने न सिर्फ बीमारियों पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि पुत्री के विवाह, शिक्षा, और अन्य सामाजिक जरूरतों में भी पात्र लाभार्थियों को मदद पहुँचाई।
मुख्यमंत्री कार्यालय में लगातार हजारों आवेदन आते हैं, जिनका डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर विभागीय स्तर पर जांच की जाती है और फिर पात्रतानुसार फंड जारी किया जाता है। यह तंत्र पारदर्शी और प्रभावी रूप से संचालित हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह स्पष्ट हुआ है कि शासन सिर्फ प्रशासन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम भी है। जरूरतमंदों की सहायता के लिए शासन का यह सक्रिय दृष्टिकोण समाज के लिए एक मजबूत भरोसा बनकर उभरा है।