दिग्गज हारमोनियम वादक पंडित तुलसीदास बोरकर का शनिवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 83 साल के थे. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक उन्हें को मुंबई के नानावटी-सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सुबह शनिवार सुबह 10.44 बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली.
उनका इलाज करने वालों में शामिल एक डॉक्टर ने कहा, “वह सीने में संक्रमण की समस्या और सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे थे.” गोवा के बोरिम में 18 नवंबर, 1934 को जन्मे बोरकर को भारतीय संगीत में योगदान देने के लिए 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
पंडित बोरकर, जिन्होंने पहली बार अपनी मां जयश्री बोरकर से संगीत सीखा, वह हारमोनियम का एक नया मॉडल तैयार करने के लिए प्रसिद्ध हैं. उन्हें कई अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों के बीच प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (2005) के साथ सम्मानित किया गया.
वह पूरे भारत, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, मध्य-पूर्व, दक्षिण एशिया में कई संगीत कार्यक्रमों का हिस्सा बने और उन्होंने दुनिया के शीर्ष संगीत कंपनियों के लिए सोलो रिकॉर्डिंग भी की.
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