भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस जल्द ही नए प्रयोग करने जा रही है, इसका अंदाजा और संकेत दिल्ली में सूबे के कुछ युवा नेताओं और विधायकों से मिलने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिए हैं। राजनीतिक सूत्रों की माने तो इस बार कांग्रेस विधानसभा चुनावों की तैयारी 2 वर्ष पहले से शुरू करना चाहती है जिससे कि वह ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने में सफल हो सके। इसी कार्य के लिए पिछले दिनों प्रदेश के युवा विधायकों एवं कुछ चुनिंदा पदाधिकारियों की बैठक दिल्ली में सम्पन्न हुई है।इस बैठक में जिस प्रकार के विषण आए और उन पर गंभीर मंत्रणा हुई है, उससे साफ है कि कांग्रेस आने वाले दिनों में किसी युवा व तेज-तर्रार चेहरे को आगे लाएगी। पार्टी पदाधिकारियों ने इस बैठक के बारे में विस्तार से तो नहीं बताया है लेकिन जो बात उनसे निकलकर आई है उससे साफ पता चलता है कि राहुल गांधी ने जिस तरह से युवा विधायकों से मुलाकात को लेकर रूचि दिखाई, उससे साफ लगता है कि कांग्रेस ने मिशन 2018 की रणनीति अभी से तैयार कहना शुरू कर दी है। प्रदेश में पार्टी किस प्रकार से चुनाव को जीत सकती है, इस पर गहन विचार-विमर्श हुआ है। वहीं इससे संबंधित कुछ विधायकों से रणनीतिक तौर पर भी बातचीत की है। विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों के साथ चर्चा में श्री गांधी ने पूरे समय यही जानने की कोशिश की है कि कौन सक्रिय और कौन निष्क्रयि है
प्रदेश से जो नेता और विधायक दिल्ली इस बैठक में भाग लेने गए थे उनमें कांग्रेस विधायकों में जयवर्धन सिंह, हनी बघेल, सौरभ सिंह, जीतू पटवारी, रजनीश सिंह, नीलेश अवस्थी सहित करीब 18 लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। जिसमें कि प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव, उपाध्यक्ष अशोक सिंह, महेश परमार व अजय रघुवंशी जैसे पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी भी शामिल हुए थे। माना जा रहा है कि राहुल गांधी की युवा विधायकों के साथ मुलाकात के बाद प्रदेश कांग्रेस की राजनीति भी बदलेगी। क्योंकि प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में अब तक कुछ ही दिग्गज चेहरों के नाम लिए जाते रहे हैं।