नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराए जाने के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जहां आडवाणी, जोशी और कल्याण सिंह के वकील ने अपनी दलीलें पेश की। उन्होंने कोर्ट में कहा कि ढांचा ढहाने के आरोप का सामना करने के लिए हम तैयार हैं।
वहीं कोर्ट ने इस मामले में पक्षकारों से लिखित जवाब मांगा है। कोर्ट ने इसके लिए मंगलवार तक का समय दिया है। आज की कोर्ट की सुनवाई पूरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि अगर सीबीआई सबूत पेश करती है तो हम कोर्ट में आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हैं। गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मंदिर विवाद को दोनों पक्ष आमने सामने बैठकर सुलझा लें। अगर जरूरत पड़ेगी तो हम दखल देने के लिए तैयार हैं।
बता दें कि इस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती सहित कई नेताओं के खिलाफ मामले को भड़काने का आरोप है।
वहीं इससे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 20 मई 2010 को इन नेताओं के खिलाफ बाबरी मस्जिद गिराने के लिए आपराधिक साजिश रचने के आरोप को खारिज कर दिया था।
ऐसा करते हुए उच्च न्यायालय ने विशेष अदालत के निर्णय को कायम रखा था। बाद में इस आदेश के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने याचिका दायर की थी और इस फैसले को रद्द करने की मांग की थी।