नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारतीय वायु सेना की 84वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या के अवसर पर वायुसेना को बधाई दी और कहा कि राष्ट्र को वायु सेना की क्षमता और दक्षता पर गर्व है और आधुनिकीकरण के फलस्वरुप यह भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम सामरिक बल बनेगा।
अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मुझे यह जानकर अति प्रसन्नता हुई है कि भारतीय वायु सेना 8 अक्तूबर को अपनी 84वीं वर्षगांठ मना रही है। उन्होंने कहा, राष्ट्र को वायु सेना की क्षमता और दक्षता पर गर्व है। पिछले आठ दशकों में वायु सेना अति व्यावसायिक और युद्ध के लिए हमेशा तैयार बल के रुप में उभरी है। वायु सेना ने हवाई हमलों में विशेषज्ञता हासिल कर ली है और महत्वपूर्ण मानवीय सहायता तथा आपदा राहत के दौरान सराहनीय कार्य किये हैं।
वायु सेना के बहादुर महिलाओं और पुरुषों ने अपने कर्तव्य निभाते समय साहस और प्रतिबद्धता का परिचय दिया है.‘‘ प्रणब मुखर्जी ने कहा, मुझे विश्वास है कि आधुनिकरण से वायु सेना में और काफी बदलाव आयेंगे तथा यह भविष्य की चुनौतियों से निपटने में अधिक सक्षम और रणनीतिक बल बन जाएगा। मुझे विश्वास है कि वायु सेना आसमान में हमारी रक्षा के लिए हमेशा सजग रहेगी। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वह भारतीय वायु सेना के सभी कर्मियों, नागरिकों और उनके परिवार के सदस्यों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हैं और आगामी वर्षो में भी उनकी सफलता की कामना करते हैं।