लखनऊ। मानसून आते ही नगर निगम ने पूरे विभाग में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। जून के अंतिम दिनों एवं जुलाई की शुरुआत होते ही शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई। कश्मीरी मोहल्ला हो या बनारसी टोला, नक्खास की गलियां हों या पुराने लखनऊ की गलियां, सभी जगहों पर जलभराव बेहद गंभीर समस्या बनती जा रही है। मौसम विभाग के तेवर देखते ही निगम ने भी अपने अधिकारियों को बरसात भर चुस्त रहने का फरमान जारी कर दिया है। नगर आयुक्त उदय राज सिंह की ओर से सभी जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसी भी जोन की कोई भी गली ऐसी न हो जहां जलभराव की समस्या हो। इस बार भी नगर निगम ने हर जोन में इमरजेंसी टीम बनाई है।
24 घंटे एक्टिव रहेगी इमरजेंसी टीम-
निगम के अधिकारियों ने बताया कि ये इमरजेंसी टीम 24 घंटे एक्टिव रहेगी। कहीं से भी शिकायत मिलने पर ये टीम तुरंत वहां पर पहुंचेगी और समस्या का निदान करेगी। टीम हर जोन में काम करेगी और इसे नगर अभियंता के देख रेख में कार्यरत किया गया है। साथ ही कंट्रोल रुम भी बना लिया गया है। कंट्रोल रुम के इन 0522- 2307770, 0522-2307782 एवं 0522-2307783 नंबरों पर फोन करने पर टेलीफोन आपरेटर क्षेत्र की समस्या की जानकारी लेगा जिसके बाद समस्या को फारवर्ड किया जाएगा। शिकायतकर्ता को फोन पर ही समस्या के समाधान का समय भी बता दिया जाएगा।
बनाए गए हैं 8 कंट्रोल रूम-
पहले से जारी कंट्रोल रुम के साथ हर जोन में एक कंट्रोल रुम बनाया गया है। आठ जोनों में आठ कंट्रोल रूम बनाने के पीछे मंशा है कि किसी भी तरह के समन्वय में कोई कमी न हो और लोगों को जलभराव से समस्या न हो। उप नगर आयुक्त अशोक सिंह ने बताया कि इसके साथ निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने जोन में उन जगहों को चिन्हांकित कर लिया जाए जहां पर अक्सर जलभराव होता है। कुछ माह पूर्व करोड़ों के खर्च से नालों की सफाई की गयी थी पर हाल ही में हुई बारिश ने विभाग की पोल खोल कर रख दी। बहरहाल जल भराव के बाद नगर आयुक्त भी मानसून की तैयारियों को लेकर लगातार समीक्षा कर रहे हैं। नगर आयुक्त उदयराज सिंह ने बताया कि जिन जगहों पर मानसून की पहली बारिश में जलभराव हुआ था उन जगहों पर पहले समाधान किया जाएगा। ऐसी जगहों को चिन्हांकित करके पंप लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
स्थाई रूप से लगे पंप-
कई जगह पर स्थाई रुप से पंप लगाए जा चुके हैं। जलभराव की स्थिति के लिए कंट्रोल रूम में पंप की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कहीं पर भी जलभराव होने की शिकायत पर तुरंत पंप भेजे जाएंगे।