लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इन्द्रेश कुमार ने शनिवार को लखनऊ में कहा कि राष्ट्र की एकता व अखण्डता के लिए समान नागरिक संहिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह शैतान के साथी है। यह किसी के विरोध में नहीं है बल्कि सुरक्षा की गारंटी है।ह शनिवार को विश्वसरैया सभागार में आयोजित भारतीय दलित पिछड़ा सवर्ण एकता फाउण्डेशन के अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।संघ नेता ने कहा कि जो समान नागरिक संहिता का विरोध करते हैं वह अम्बेडकर विरोधी, संविधान विरोधी व देश विरोधी हैं। धर्म व मजहब की आजादी समान नागरिक संहिता में 101 प्रतिशत कायम रहेगी।उन्होंने कहा कि अपने-अपने धर्म व जातियों के कानून अपने धर्म के अन्दर के झगड़ों को निपटाने के लिए है। लेकिन धर्म से धर्म का झगड़ा हुआ और एक जाति या सम्प्रदाय का दूसरी जाति या सम्प्रदाय से झगड़ा हुआ तो उसके लिए समान नागरिक संहिता ही जरूरी है।कहा कि दुनिया के अन्दर शान्ति भारत द्वारा ही हो सकती है। दुनिया में जितने धर्म, उपधर्म और उपासना पद्धितयां हैं सब के सब लोग अगर कहीं आदर व सम्मान पाते हैं तो वह भारत ही है। आज भारत को तोड़ने की साजिश हो रही है, इसलिए देश की एकता को अक्षुण्ण रखने के लिए समाज में प्यार व मोहब्बत को बरकरार रखने के लिए समान नागरिक संहिता जरूरी है। यह हमारे समाज के लिए डबल सुरक्षा कवच है।भारतीय दलित पिछड़ा सवर्ण एकता फाउण्डेशन के अध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व जाति वर्ण, धर्म व सम्प्रदाय के आधार पर बंटता जा रहा है। इसलिए इसको नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। पूर्व सांसद लाल जी टण्डन ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि हमारे पास जो है वह दुनिया में किसी के पास नहीं है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए।
कार्यक्रम को पूर्व भाजपा सांसद सत्यदेव सिंह, मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरि, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के महिरजध्वज सिंह, राम कृपाल सिंह और मनोज सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. अशोक ने किया।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal