नई दिल्ली। सुरक्षा मामलों लेकर की बुधवार को हुई कैबिनेट कमेटी की बैठक में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया।
इन सभी लोगों की सुरक्षा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) करती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पिछले हफ्ते भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद खुफिया एजेंसियों की सलाह पर सीसीएस ने ये फैसला लिया। 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के कैम्प पर आतंकियों ने हमला कर दिया था जिसमें 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर सीसीएस के सदस्य हैं।
एसपीजी को प्रधानमंत्री आवास 7 लोक कल्याण मार्ग और उनके साउथ ब्लॉक स्थित कार्यलय की सुरक्षा परत बढ़ाने के लिए कहा गया है। एसपीजी आपाकालीन स्थिति की तैयारी के तौर पर प्रधानमंत्री आवास और कार्यलाय में मॉक ड्रील भी करेगी। भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिजाइन किया गया विशेष बख्तरबंद गाड़ी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात की जाएगी।
भारतीय सेना भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में एसपीजी की मदद करेगी। अभी हाल ही में पीएम मोदी एक मॉक ड्रील में शामिल हुए थे जिसमें उन्हें अचानक किए गए आतंकी हमले या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में बचाव के रास्तों के बारे में बताया गया था।
उरी हमले के बाद भारत लगातार पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा है। भारत के बहिष्कार के बाद पाकिस्तान में नवंबर में होने वाला दक्षेस सम्मेलन रद्द हो गया। बांग्लादेश, अफगानिस्तान, भूटान और श्रीलंका ने भारत का समर्थन करते हुए दक्षेस सम्मेलन में पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था।