लखीमपुर खीरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी जनसभा में खीरी के लोगों को प्रभावित करने की कोशिश की और गन्ना किसानों के मुद्दों को लेकर भी अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी का जिला यूपी का सबसे बड़ा जिला है।
चीनी का कटोरा कहा जाने वाले मेरे लखीपमुर के किसानों का पसीना भी मीठा हो जाता है। यहां ऐसे गन्ने की ताकत है, लेकिन गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करने से अखिलेश जी आपको कौन रोकता है? आपने उनके हक को छीना है। क्या यही आपका काम बोलता है?
प्रधानमंत्री ने भाजपा के चुनावी घोषणणा पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि हमने अपने संकल्प पत्र में वादा किया है कि गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में बकाया चुकता कर देगी। इसके साथ ही भाजपा सरकार बनने के बाद छोटे किसानों का कर्ज माफ कर दिया जायेगा।
उन्होंने जनता से कहा कि आप यूपी वालों ने मुझे सांसद और पीएम बनाया, स्थिर सरकार दी। इसका यश किसी को जाता है तो यूपी के लोगों को जाता है। खीरी और यूपी के किसानों से मैं वादा करता हूं कि भाजपा सरकार बनने के बाद पहली ही मीटिंग में पहला ही काम किसानों की कर्जमाफी का कर दिया जायेगा। मैं खुद इस काम को करवा करे रहूंगा, इसे मेरी जिम्मेदारी मान लीजिए।
पीएम मोदी ने कहा कि मायावती जी के शासन में चीनी मिल की नीलामी पर तूफान खड़ा हुआ था, भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। श्रीमान अखिलेश जी आपने जांच का वादा किया था। पांच साल बाद भी घोटाले की जांच नहीं हुई। यह काम बोलता है? उन्होंने कहा कि मायावती का घोटाला दबाने के बदले में क्या मिला, यूपी की जनता जानना चाहती है, क्यों दबा दिया?
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा को लेकर भी अखिलेश यादव सरकार की सोच पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गन्ना फसल में सबसे कम जोखिम होता है, लेकिन अखिलेश यादव सरकार ने गन्ने को मजबूरन प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में घुसेड़ दिया। इसके कारण गन्ना किसानों का हजारों करोड़ों का बोझ आ गया।
उन्होंने कहा कि हमने बीते सितम्बर में चिट्ठी लिखी कि उन पर यह बोझ मत डालो। यह बीमा योजना जोखिम वाली फसलों के लिए होती है। गन्नो को इसमें डालकर और किसानों को बर्बाद करने का काम किया।उन्होंने कहा कहा जाता है कि मोदी जी जरा काम तो बताओ? ये सत्ता के नशे में ऐसे डूबे हैं, कि उनको काम नजर नहीं आता।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसे योजना कभी नहीं आई। किसान को ऐसी सुरक्षा की व्यवस्था आज तक हिन्दुस्तान में नहीं हुई। उन्होंने कहा कि बारिश नहीं होने के कारण बुआई नहीं हो पाने, फसल पैदा होने के बाद खेत में रखने के दौरान बारिश, ओलावृष्टि, आंधी जैसी स्थिति में भी इस योजना के तहत किसानों को बीमा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि ये काम सबको दिखता है, लेकिन अखिलेश जी को नहीं दिखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पर मेरा गम्भीर आरोप है। यहां के मुख्यमंत्री और सरकार जवाब नहीं दे पाती है। मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र की भाजपा सरकारों में 50-60 प्रतिशत किसानों का बीमा हो जाता है। यूपी किसानों से भरा प्रदेश है, लेकिन आपके रहते हुए सिर्फ 14 प्रतिशत किसानों का ही बीमा हुआ।
कौन जिम्मेदार है इसके लिए? ये 14 प्रतिशत भी उनके वोट देने वाले कुनबे हैं, उन्हें बीमा का लाभ दिया गया। क्या इस योजना में आप किसानों मेरा-तेरा करोगे? जातिवाद का जहर घोलोगे? क्या किसान गेहूं पैदा करते समय सोचा है कि किसके पेट में गेहूं जायेगा? इससे बड़ा कोई जुर्म नहीं हो सकता।
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने पर मेरे पास मुख्यमंत्रियों की सबसे ज्यादा चिट्ठी यूरिया के बारे में आती थी। आज दो साल से ज्यादा हो गए हैं, अब एक भी चिट्ठी नहीं आती है। पहले यूरिया खरीदने के लिए किसान को रात-रात भर कतार में खड़ा होना पड़ता था। कालाबाजारी होती थी। समय पर यूरिया नहीं मिलता था। हमने यूरिया का उत्पादन बढ़ाया। इसमें भाई-भतीजेवाद को खत्म किया।
गोरखपुर में बन्द यूरिया का कारखाना चालू करवाया। यूरिया का नीमकोटिंग कर दिया। पहले कारखाने से यूरिया निकलता था, लेकिन किसानों के पास नहीं जाता था, चोर बाजारी से केमिकल फैक्ट्री में जाता था। नीमकोटिंग करने के कारण मुट्ठी भर यूरिया भी किसी फैक्ट्री में काम नहीं आ सकता है।
अखिलेश जी आपको कारनामों की आदत है, काम की नहीं। उन्होंने कहा कि इसी तरह अखिलेश जी की सरकार केवल तीन प्रतिशत फसल खरीदती है। यह किसानों के साथ जुल्म है। भाजपा की सरकार बनने पर उचित दाम दिया जायेगा। किसानों को मरने नहीं दिया जायेगा। लूटने की नहीं दिया जायेगा।