बहराइच। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असद्दुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अखिलेश लखनऊ के नए नवाब है, जो चमचों और राग दरबारियों से वाहवाही सुनकर खुश होते हैं। उनका काम नहीं कारनामा बोलता है।
ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बड़े मियाँ-छोटे मियाँ की जोड़ी करार दिया। गोधरा कांड के लिए मोदी को माफ नहीं कर सकते तो मुजफ्फरनगर दंगो के लिए अखिलेश को कैसे माफ कर सकते हैं। यादव परिवार ने पांच साल में यूपी को बर्बाद कर दिया।
मटेरा सीट से पार्टी प्रत्याशी अकीलउल्ला के समर्थन में जनसभा करने आये ओवैसी ने कहा कि सपा सरकार में चार सौ दंगे हुए। लेकिन अखिलेश चुप रहे। महिलाओं की अस्मत लूटी गई, युवाओं को नौकरी नही मिली। फिर भी कहते है कि विकास हुआ है, काम बोलता है।
विकास सिर्फ इनके विधायको का हुआ है। काम नही कारनामा बोलता है। नेताजी के यादव परिवार में आज 22 लोग सियासत में है, सरकार बन गयी तो 150 लोग होंगे। यादव परिवार में यूपी का सत्यानाश किया। लोहिया आज जिंदा होते तो अखिलेश को धिक्कारते।
सपा के विकास की बात पर मैं अखिलेश से उनके घर बैठकर बहस करने को तैयार हूं, क्योंकि मैं उनके बाप से भी नहीं डरता। इटावा में गुजरात के शेर मर गए तो लन्दन से डॉक्टर और बिसलेरी का पानी मंगाया। लेकिन देहातों में इंसान मर रहे, अखिलेश चुप है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मुलायम, मायावती, अखिलेश, मोदी की गोद में बैठ गये। उन्होंने नेताजी के परिवार से सिर्फ चार सांसदों के जीतने पर भी सवाल उठाया। ओवैसी ने कहा कि मोदी और अखिलेश रमजान, दिवाली, शमशान और कब्रस्तान की बात मत करो, हम इफ्तार पार्टियों से ऊब चुके हैं।