लखनऊ। पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के कानपुर नगर सीट से प्रत्याशी बाहुबली अतीक अहमद ने अपने गुर्गों के साथ बुधवार को इलाहाबाद के एक संस्थान में जमकर दंबगई की।
संस्थान के दो अधिकारियों सहित कर्मचारियों को पीटा और एक एसोसिएट प्रोफेसर के अपहरण का प्रयास किया। बाहुबली अतीक और उनके गुर्गों की सारी करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद है। पीड़ित गवाही देने को तैयार है, लेकिन ‘सरकार’ कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। अतीक ही नहीं उनके गुर्गे भी खुलेआम घूम रहे हैं।
मामला रीवां रोड स्थित शियाट्स संस्थान का है। बुधवार की शाम लगभग चार बजे अतीक कई वाहनों के साथ अपने गुर्गों के साथ संस्थान पहुंचे। वाहन से उतरते ही अतीक के गुर्गों ने कर्मचारियों और मीडिया प्रभारी व सुरक्षा अधिकारी की पिटाई करनी शुरू कर दी। अतीक सीधे निदेशक के कमरे की तरफ गए।
निदेशक के उपस्थित न होने के कारण उनका कमरा बंद था। अतीक ने जबरन कमरा खुलवाया और अंदर जाकर बैठ गए। लगभग आधे घंटे तक अतीक के गुर्गे उत्पात करते करते रहे। इसी दौरान उन्होंने एसोसिएट प्रोफेसर तेजस जैकब को असहले के बल पर अपहृत करने का भी प्रयास भी किया।
उल्लेखनीय है कि अतीक और उसके गुर्गों के वहां पहुंचते ही संस्थान प्रशासन ने पुलिस को सूचना दे दी थी। पर पुलिस अतीक के वहां से निकल जाने का इंतजार करती रही। पुलिस अतीक के वहां से जाने के बाद पहुंची। इसके बाद पुलिस ने खानापूरी के लिए अतीक और 18 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पर कार्रवाई के नाम पर कहा कि जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
सीसीटीवी कैमरे की फूटेज की जांच की जा रही है। यही नहीं सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जांच में यदि अतीक दोषी पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं अतीक को मंच से धक्का देने वाले मुख्यमंत्री भी इस मामले में मौन साधे हुए हैं। सवाल उठता है कि जब संस्थान के अधिकारी और कर्मचारी गवाही देने के लिए तैयार हैं और सीसीटीवी के फुटेज गुंडई की कहानी बयां कर रही है, तो कार्रवाई करने में किस बात का इंतजार किया जा रहा है।
दरअसल, अतीक मोहम्मद सैफ और एक अन्य छात्र के निलंबन से नाराज थे। इन छात्रों पर नकल से रोकने पर एसोसिएट प्रोफेसर जैकब पर कातिलाना हमला करने के आरोप में निलंबित किया गया था। सूत्रों का कहना है कि निलंबित छात्र सैफ अतीक के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है।