असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र की सुरक्षा से खिलवाड़ के बड़े मामले के चलते परीक्षा पर संकट आ गया है। अभ्यर्थियों के आरोप को उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानी यूपीएचईएससी के संज्ञान लेने के कारण इसके आसार बढ़ गए हैं कि तीसरे चरण की परीक्षा रद की जा सकती है। यूपीएचईससी ने 16 को होने वाली बैठक में मजबूत आधार के लिए गोपनीय जांच भी कराई है। इसका खुलासा नहीं किया गया है। अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए यूपीएचईएससी ने तीन चरण में परीक्षा कराई। इसके दूसरे चरण में काफी गड़बड़ी हुई थी तो अब 12 जनवरी को तीसरे चरण की परीक्षा में प्रश्नपत्र ही आउट होने के गंभीर आरोप लगे हैं। परीक्षा शुरू होने से पहले ही हल प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
ऑनलाइन मुकदमे दर्ज
परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने मिलान किया तो इसे सही पाया। कई थानों में ऑनलाइन मुकदमे दर्ज हुए तो सोमवार को यूपीएचईएससी में अभ्यर्थियों ने सीधे ज्ञापन देकर परीक्षा रद कर नए सिरे से कराने की मांग की। प्रश्नपत्र आउट होने के अलावा एक परीक्षा केंद्र में महिला अभ्यर्थी की ओएमआर शीट बदले जाने की शिकायत भी पुख्ता प्रमाण देते हुए की। मामले की जानकारी होने के बाद से ही यूपीएचईएससी में खलबली मची है। अवकाश का दिन होने के बावजूद एक टीम से इन दोनों मामलों की गोपनीय जांच कराई है। इसके आधार पर बुधवार को चेयरमैन प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में निर्णय होना है। जिसमें अधिक संभावना तीसरे चरण की परीक्षा को रद कर नए सिरे से कराने की है। जांच पर यूपीएचईएससी ने अभी कोई खुलासा नहीं किया है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में आज परखी जाएंगी यूपी बोर्ड परीक्षा तैयारियां
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 की शुरुआत सात फरवरी से हो रही है। केंद्र निर्धारण के साथ ही केंद्र व्यवस्थापक, हर कक्ष में दो सीसीटीवी कैमरा व एक वॉयस रिकॉर्डर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड सचिव के निर्देश के अनुसार यह कार्य 15 जनवरी तक पूरा होना था। माध्यमिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग करके परीक्षा तैयारियों का जायजा लेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षकों को अपने यहां की रिपोर्ट देनी है।