नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर रविवार को अस्थायी शिक्षक संघ और सरकारी स्कूल के अस्थायी शिक्षकों ने विरोध-प्रदर्शन किया। शिक्षकों की मांग है कि उन्हें स्थायी करके वेतन उनके अनुभव के आधार पर किया जाए। सरकारी स्कूल के अस्थायी शिक्षक लगातार पिछले एक साल से अपना विरोध जारी रखे हुए है। इन शिक्षकों ने रविवार को शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना और विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले अपने चुनाव प्रचार के दौरान इन्हें स्थायी करने का वादा किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद केजरीवाल सरकार ने स्थायी करने की शर्तें लागू कर दी हैं। शिक्षकों ने मांग है कि सरकार अब डीएएबी के माध्यम से स्थायी करने की बात कर रही है, जबकि अस्सी प्रतिशत शिक्षकों की आयु इसकी आवेदन सीमा पार कर चुकी है इसलिए इस नियम को लागू न किया जाए।