
बाराबंकी/हैदरगढ़। विधानसभा चुनाव 2017 के तीसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार के अंतिम दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाराबंकी जनपद के पांच विधानसभा क्षेत्रों में तूफानी चुनावी दौरा किया।
अखिलेश ने अपने चुनावी सम्बोधन में जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यंग्य बाण चलाए,
वहीं दूसरी ओर सपा-कांग्रेस गठबंधन के जमकर कसीदे पढ़े। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती से अल्पसंख्यकों को सावधान रहने को भी कहा।
मोदी और भाजपा पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि वे कहते हैं कि आंधी चल रही है, लेकिन यहां तो उनकी हवा भी नहीं है। यदि हवा होती तो पीएम थाने की बात नहीं करते।
जनता से संवाद करते हुए उन्होंने पूछा कि एक दिन पूर्व हुई रैली में मोदी किसी को कुछ देकर गए क्या? उन्होंने कहा कि यूपी की जनता समाजवादियों पर भरोसा करती है क्योंकि सपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। अच्छे दिन का सपना दिखाने वालों ने गरीबों,
माताओं-बहनों को लाइन में खड़ा कर दिया। यहां तक कि माताओं-बहनों ने जो कुछ धन छिपा कर रखा था, बीजेपी ने वह भी निकलवा दिया। नोटबंदी के दौरान छोटे दुकानदार, गरीब, किसान मारे गए। सपा ने उन परिवारों को दो-दो लाख रुपया आर्थिक मदद दी।
पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए सीएम ने कहा कि नोटबंदी के बाद आखिर भ्रष्टाचार का कितना पैसा आया, कितना कालाधन आया, इसका जवाब आज तक नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘पीएम ने वाराणसी में कहा था कि गंगा मां ने हमें बुलाया है और बाराबंकी में कहा कि यूपी ने मुझे गोद लिया है। भाई, आपको कौन गोद लेगा। पहलवानी बराबरी वालों से की जाती है।’
अखिलेश ने जोर देकर कहा कि नेता जब पुरानी बातें करते हैं तो समझ लो कि वे लड़ाई से बाहर हो गए हैं। इस चुनाव में प्रदेश की जनता राजनीति की दिशा बदल देगी।
सपा-कांग्रेस गठबंधन पर अखिलेश ने कहा कि जब युवा उत्साह में होता है तो साइकिल का हैंडिल छोड़कर पैडल मारकर भी साइकिल चलाता है। यहां तो अब साइकिल में कांग्रेस का हाथ लगा है। सपा-कांग्रेस गठबंधन 300 से अधिक सीटों पर विजय दर्ज करेगा।
बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने जनता से कहा कि बुआजी से सावधान रहना। बसपा और भाजपा को एक सिक्के के दो पहलू बताते हुए सीएम ने कहा कि इनसे सावधान रहने की जरूरत इसलिए है कि कहीं फिर से दोनों रक्षाबन्धन न मनाने लगें।
इनसेट
मेरे ही सांसद ने बाप-बेटे को अलग कराने की कोशिश की
बाराबंकी मे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रामनगर में अपनी ही पार्टी के राज्यसभा सांसद को निशाने पर रखा और बिना नाम लिये इशारों में ही सबकुछ कह डाला।
बेनी प्रसाद वर्मा और उनके पुत्र राकेश वर्मा का नाम लिये बगैर अखिलेश ने कहा, ‘मेरी ही पार्टी के एक सांसद हैं, जो मुझे और मेरे पिता के बीच में दरार बन गए थे।
उन्होंने हमें अलग करवाने की पूरी कोशिश की। वहीं अपने लड़के की खातिर पार्टी से टिकट की भीख मांग रहे थे। वह भी उस सीट पर जहां हमारे बुरे वक्त के साथी अरविन्द सिंह गोप विधायक और मंत्री हैं। मैंने उनके लड़के को पड़ोस के जनपद बहराइच के कैसरगंज सीट से टिकट दिया था और उनको वहां से चुनाव भी जितवा लेता।
लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया तो मैंने दूसरा प्रत्याशी उतार दिया।’ मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘मेरी पार्टी ने जितना मान-सम्मान इन बाप-बेटों को दिया था।
उतना मान-सम्मान इन्होंने पूरे जीवनकाल में कहीं नही पाया।’ मुख्यमंत्री ने अरविन्द सिंह गोप को भारी बहुमत से जिताने की अपील की। वहीं हैदरगढ़ विधानसभा में उमड़े जनसैलाब से वह काफी खुश नजर आए। यहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर काफी तीखे हमले बोले।
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