
ये बैठक देर शाम तक चलेगी। बैठक की शुरुआत अध्यक्ष शाह के भाषण से और अंत पीएम मोदी के मार्गदर्शन भाषण से होगा। इस बीच कई सत्रों में राज्यवार वर्तमान राजनीतिक स्थिति की भी समीक्षा होगी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में खासतौर पर आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्रियों को एक देश एक चुनाव पर अपने अपने राज्यों में चर्चा को आगे बढ़ाने की भी जिम्मेदारी दी जाएगी।
दलित-ओबीसी को साधने की रणनीति
संसद के मानसून सत्र में सरकार ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने और एससी-एसटी एक्ट को इसके मूल स्वरूप में लागू करने संबंधी बिल पारित कराने में कामयाब रही है। भाजपा की योजना अब सभी राज्यों में ओबीसी और दलितों के बीच इस फैसले का व्यापक प्रचार-प्रचार करने की है। बैठक में इन दो बिलों का श्रेय लेने की व्यापक रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक में इस संबंध में आगे की कार्ययोजना पर भी मुहर लगने की संभावना है।
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