योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा में भी बतौर सांसद आवाज उठाई थी कि (तत्कालीन) केंद्र सरकार ने हालात की गंभीरता को समझने की कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा था कि अगर सोच-समझ कर कदम उठाया गया होता तो काफी रोकथाम हो सकता थी।
मौजूदा सीएम ने तब केंद्र की गंभीरता पर सवाल उठाते हुए कहा था कि 26 नवंबर 2007 को लोक सभा में यूपी में हुए सीरियल ब्लास्ट पर सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 23 नवंबर 2007 को उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख जनपदों में जो बम विस्फोट हुए उस सबंध में गृह मंत्री जी ने सदन में संक्षिप्त व अधूरा वक्तव्य दिया है।
गृह मंत्री जी के वक्तव्य से इस संपूर्ण घटनाक्रम पर भारत सरकार की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। वाराणसी, अयोध्या और लखनऊ, इन तीनों जगहों पर बम विस्फोट हुए।
उत्तर प्रदेश में पहली बार बम विस्फोट नहीं हुए। इसके पहले 22 मई, 2007 को गोरखपुर में तीन बम विस्फोट हुए थे। उसके दो दिन बाद सीतापुर में और फिर इलाहाबाद में बम विस्फोट हुए। इस तरह से लगातार उत्तर प्रदेश में बम विस्फोट हो रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश इस्लामिक आतंकवाद का अड्डा सा बन गया है।
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