भारत की पहली टीवी स्टार अपनी पहचान बनाने वाली प्रिया तेंडुलकर के किरदारों को आज भी याद किया जाता हैं। वह बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री दोनों ही जगह लोकप्रिय थीं। आप सोच रहे होगे की आज उनकी बात क्यों की जा रही है तो आपको बता दें कि आज प्रिया तेंडुलकर की पुण्यतिथि हैं। मात्र 42 वर्ष की उम्र में उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह एक लोकप्रिय अभिनेत्री होने के साथ—साथ, लेखिका, नाट्यकार भी थीं।प्रिया तेंडुलकर का जन्म 19 अक्टूबर, 1954 को हुआ और उनकी मृत्यू 19 सितंबर 2002 में हो गई थी। प्रिया का विवाह अभिनेता और लेखक रहें करण रजदान से हुआ था लेकिन यह विवाह सिर्फ 7 साल चला था और फिर टूट गया था। प्रिया को दोनों इंडस्ट्री में असली पहचान टीवी सीरियल ‘रजनी’ से मिली थी।
प्रिया को बचपन से ही अभिनय का शौक था क्योंकि वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखती थीं जिनका पूरा परिवार रंगमंच से जुड़ा था। प्रिया स्कूल टाइम से ही स्कूल में नाट्य में भाग लेती थीं । उन्होंने सत्यदेव दुबे के नाटक ‘हयवदन’ में एक गुड़िया की भूमिका निभाई थी। इसके बाद में अंजी, कमला, कन्यादान,ती फूलराणी जैसे मराठी नाटक किए। प्रिया ने अपने पति करण रजदान के साथ ‘रजनी’ और ‘किस्से मियां बीवी के’ शोज में वास्तविक पति — पत्नी की भूमिका निभाई थी। शो ’रजनी’ से प्रिया को हर घर में पहचान मिली थी। इस शो में प्रिया ने सामाजिक बुराइयों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। इस शो को 1985 में बासू चटर्जी ने निर्देशित किया था।
प्रिया ने टीवी पर प्रसारित हास्य शो ‘हम पांच’ में एक फोटो फ्रेम से बोलती मृत बीवी की भूमिका अदा की थी। यह शो गुलजार द्वारा निर्देशित किया गया था। प्रिया ने कई कलाकारो के साथ सफल टॉक शो भी किए हैं जिसमें ‘द प्रिया तेंडुलकर शो’ और ’जिम्मेदार कौन’ था । इस शो में कई दिग्गज सेलिब्रिटी आते थे, जिनसे कई सवाल—जवाब किए जाते थे। इतना ही नहीं इन शोज में उनका बहुत आक्रमक तेवर देखने को मिलता था। प्रिया ने बॉलीवुड में 1974 में श्याम बेनेगल के बैनर तले बनी फिल्म अंकुर में मुख्य भूमिका निभाई थी इसमें उनके अपोजिट अनंत नाग थे। इस मूवी के दौरान वह अनंत से बहुत नजदीक हो गई थी इनसे भी उनके संबंध जोड़े जाते थे।
प्रिया ने कई रचानाएं भी लिखी थी जिसमें मुख्य रूप से त्याचा प्रश्न, जन्मलेला हैं। बहुत कम उम्र में उनके निधन हो गया था जिससे पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई थी। उनकी असल में मृत्यु ह्दयघात से हुई थी लेकिन उन्हें कैंसर भी हुआ था। उनकी मृत्यु पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भी शौक जताया था।