हैदराबाद: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ेगी. महबूबनगर में एक जनसभा में औपचारिक रूप से पार्टी के अभियान की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा कि बीजेपी इस दक्षिणी राज्य में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के साथ समझौता नहीं करेगी.
उन्होंने केसी राव पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उसने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से रिश्ते खराब होने के डर से 17 सितंबर तेलंगाना स्वतंत्रता दिवस को मनाना बंद कर दिया है. उन्होंने याद दिलाया कि इसी दिन हैदराबाद राज्य को भारत में शामिल किया गया था लेकिन टीआरएस सरकार इस दिन को एआईएमआईएम के डर के कारण नहीं मना रही है.
इस बीच असदुद्दीन औवेसी ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनिंदा बातों को भूलने से ग्रस्त है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “आप (बीजेपी) हैदराबाद या तेलंगाना में सफल नहीं होगी. मैं यह कहना चाहूंगा कि यदि आपकी कोई रणनीति है, तो शाह हैदराबाद आएं और यहां से संसदीय चुनाव लड़ें.” औवेसी ने दावा किया कि बीजेपी हैदराबाद में पांच विधानसभा सीटों के साथ ही सिकंदराबाद लोकसभा सीट बचाने में भी सफल नहीं होगी. औवेसी ने कहा कि बीजेपी भूल गई है कि उसने 2002 में समय पूर्व विधानसभा भंग कर दी थी.
ओवैसी ने दोहराया कि चंद्रशेखर राव फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे. ओवैसी ने कहा, “सच्चाई यह है कि बीजेपी को डर सता रहा है. क्या पार्टी सीएम पद के उम्मीदवार का नाम बता सकती है?. तेलंगाना में पूरी तरह से शांति है और समाज के सभी वर्ग के लोग राज्य में हो रहे विकास से खुश हैं.”