कमालगंज के एक गांव में रविवार देर रात एक पिता को अपने बेटे के नशे का विरोध करना जान पर भारी पड़ गया। नशे में धुत बेटा तबतक पिता के सीने में वार करता रहा, जबतक उनकी मौत नहीं हो गई। बचाने आए भाई पर भी जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वारदात के बाद के आरोपित फरार हो गया, वहीं जानकारी होते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू की है।
कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव भोजपुर में रविवार देर रात छविनाथ वर्मा (65) घर पर बड़े पुत्र शंकर वर्मा (25) व पुत्री कविता (15) के साथ मौजूद थे। उनका छोटा पुत्र सिपाही राम (22) शराब के नशे में धुत होकर घर पर आया और अभद्रता करने लगा। छविनाथ ने नशेबाजी का विरोध किया तो कमरे में गया सिपाहीराम चाकू उठा लाया। इसके बाद उसने पिता के सीने में चाकू से तबतक वार किये जबतक उनकी मौत नहीं हो गई। जमीन पर लहूलुहान पड़े पिता को देखकर शंकर वर्मा ने सिपाही राम को पकडऩे का प्रयास किया। इसपर सिपाही राम ने भी उसपर चाकू से वार कर दिए। शंकर भी खून से लथपथ होकर गिर पड़ा।
घटना को देख कविता ने शोर मचाया तो पड़ोसियों को आते देखकर सिपाही राम मौके से फरार हो गया। पड़ोसी एंबुलेंस से छविनाथ वर्मा और शंकर को सीएचसी ले गए। चिकित्सक डॉ. मानङ्क्षसह वर्मा ने छविनाथ को मृत घोषित कर दिया। शंकर की हालत गंभीर देखकर लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजनों ने बताया कि सिपाही राम निजी मेडिकल कालेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। कार्यवाहक थाना प्रभारी विक्रम ङ्क्षसह ने कविता से घटना की जानकारी ली और मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।