नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में घर तक सार्वजनिक सेवाओं की आपूर्ति के लिए सोमवार को शुरू की गई योजना के पहले दिन इस सेवा का लाभ उठाने के लिए 21 हजार कॉल मिली. हालांकि कॉल की संख्या ज्यादा होने के कारण 369 बैठकें ही निर्धारित की जा सकी. दिल्ली सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी.
सरकार ने कहा कि पहले दिन योजना को ‘‘जबर्दस्त प्रतिक्रिया ’’ मिली. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद इस योजना के घटनाक्रमों की निगरानी कर रहे थे और हर घंटे आकड़े को देख रहे थे. दिल्लीवासियों को ड्राइविंग लाइसेंस और विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र सहित 40 सरकारी सेवाओं की आपूर्ति उनके घरों तक करने के लिए केजरीवाल ने सोमवार की सुबह कार्यक्रम की शुरूआत की थी.
दिल्लीवासी फोन नंबर 1076 पर कॉल कर घर तक सेवा की आपूर्ति के लिए अनुरोध कर सकते हैं. इसकी आपूर्ति सुबह आठ बजे से रात के 10 बजे तक होगी. हालांकि, सेवाओं की आपूर्ति के लिए बनाया गया कॉल सेंटर चौबीसों घंटे काम करेगा.
इस बीच भाजपा की दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि यह योजना अपने पहले दिन ही ‘‘विफल’’ रही है. भाजपा के बयान के अनुसार तिवारी ने मीडिया की मौजूदगी में हेल्पलाइन नम्बर पर डॉयल किया लेकिन कॉल का कोई जवाब नहीं आया.
"आपकी सरकार, आपके द्वार"
AAP सरकार भिन्न-भिन्न सर्विसेज लाई है आपके द्वार, बहुत हुआ लाइनों में धक्के खाना अब एक फोन मिलाना और सभी सरकारी सुविधाएं अपने द्वार पर पाना।#केजरीवाल_सरकार_आपके_द्वार pic.twitter.com/RB2nOCCflf— AAP (@AamAadmiParty) September 10, 2018